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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों द्वारा फाइलेरिया की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर खिला रही है गोलियां

बलौदाबाजार से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट,,,


छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला बलौदा बाजार भाटापारा के दिशा निर्देशानुसार फाइलेरिया उर्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत फाइलेरिया से रोकथाम व निर्धन नियंत्रण के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों द्वारा घर घर जाकर हर आयु वर्ग के लोगों को फाइलेरिया से बचाव एवं रोकथाम के लिए MDA टेबलेट DEC एवं Albendazole जैसी सभी दवाइयां को घर-घर जाकर मुफ्त में दी जा रही है ग्राम कोलिहा के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्यारी श्रीवास मितानिन सोनबाई मनहरे सुमित्रा बाई नीलम वर्मा बिंदाबाई घृतलहरे द्वारा फाइलेरिया से बचाव एवं रोकथाम के लिए 2 साल से कम 2 साल से 5 वर्ष 6 वर्ष से 14 वर्ष एवं 14 वर्ष से उम्र के सभी बड़े लोगों को डैथलकरबामाजिन एल्बेंडाजोल इवरमेक्टिन जैसे गोलियां उम्र के आधार पर एवं लोगों की ऊंचाई के आधार पर निशुल्क खिला रही है। छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की मंशा है कि छत्तीसगढ़ में फाइलेरिया जैसे संक्रामक बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सके बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्य कर्ता बलौदा बाजार ब्लाक अध्यक्ष हितेंद्र वर्मा हरिश्चन्द्र वर्मा गोपाल साहू द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया किफाइलेरिया एक गंभीर और संक्रामक बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह बीमारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में पहचानी गई है।

फाइलेरिया के लक्षणों में शामिल हैं:

  • शरीर के विभिन्न अंगों में सूजन और दर्द,त्वचा पर चकत्ते और खुजली
  • बुखार और थकान,पैरों और हाथों में सूजन और दर्द

फाइलेरिया के कारण:

फाइलेरिया मच्छरों के काटने से फैलती है, जो फाइलेरिया परजीवी को अपने शरीर में ले जाते हैं। जब ये मच्छर किसी व्यक्ति को काटते हैं, तो वे परजीवी को उस व्यक्ति के शरीर में स्थानांतरित कर देते हैं।

फाइलेरिया की रोकथाम:

फाइलेरिया की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • मच्छरों को मारने के लिए कीटनाशकों का उपयोग करना
  • मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करना
  • फाइलेरिया के लक्षणों को पहचानने और समय पर चिकित्सा की तलाश करना
  • फाइलेरिया के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को इसके लक्षणों और रोकथाम के तरीकों के बारे में शिक्षित करना।

फाइलेरिया का इलाज:

फाइलेरिया का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है। इसके अलावा, फाइलेरिया के लक्षणों को कम करने के लिए दर्द निवारक और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं भी दी जा सकती हैं।फाइलेरिया की रोकथाम और इलाज के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में फाइलेरिया के बारे में जागरूकता फैलाना, मच्छरों को मारने के लिए कीटनाशकों का उपयोग करना, और फाइलेरिया के लक्षणों को पहचानने और समय पर चिकित्सा की तलाश करने पर जोर दिया जाता है

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