टिगड्डा चौक पर भारी वाहन की चपेट में आने से गौ माता की मृत्यु, ग्रामीणों ने किया सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार

राघवेंद्र सिंह
बलौदाबाजार/दैनिक अमर स्तंम्भ
बीती रात बलौदाबाजार के टिगड्डा चौक पर एक भारी वाहन की चपेट में आने से गौ माता की मृत्यु हो गई। घटना के बाद ग्राम के गौ सेवक विष्णु यादव और उनके साथियों ने मिलकर गौ माता का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया। उन्होंने जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर नारियल, अगरबत्ती, वस्त्र और नमक डालकर विधि विधान से पूजा कर गौ माता का अंतिम संस्कार किया।
टिगड्डा चौक में भारी वाहनों का आवागमन हमेशा बना रहता है, और इस चौक से होकर चार से पांच बड़ी सीमेंट फैक्ट्रियां भी स्थित हैं। यहां पर 24 घंटे भारी वाहनों का आवागमन होता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। बताया जा रहा है कि यह घटना 28.3.25।समय लगभग रात 11:30 बजे की है।
ग्रामीणों ने बार-बार प्रशासन से मांग की है कि टिगड्डा चौक पर पुलिस व्यवस्था की जाए ताकि भारी वाहनों के आवागमन पर नियंत्रण लगाया जा सके। यह मार्ग स्कूल, बैंक, तहसील कार्यालय, पटवारी ऑफिस और बाजार जैसी महत्वपूर्ण स्थानों से जुड़ा हुआ है, जिससे यहां यातायात की समस्या अधिक बढ़ जाती है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि गौ माता की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया जाए, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की जनधन की हानि से बचा जा सके। इसके साथ ही गौ सेवकों ने अपील की है कि ग्रामीण अपने-अपने गांव में गौ माता का सम्मान करें और उनकी रक्षा के लिए कदम उठाएं। लगातार कई संगठनों के माध्यम से भी गौ माता की रक्षा और व्यवस्था के लिए आवेदन ज्ञापन भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ माता के लिए कहा है कि आजादी के 78 साल बाद भी गाय को गौ माता का दर्जा नहीं मिला, और जो लोग गौ हत्या पर चुप रहते हैं, उन्हें श्री कृष्ण जन्मभूमि नहीं मिलेगी, गौ माता की रक्षा ही असली रास्ता है, और वह गौ माता को राष्ट्रमाता के रूप में स्थापित करने के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि:
गौ माता की रक्षा:
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ माता की रक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है और कहा है कि अगर कोई गौ हत्या पर चुप रहता है, तो उसे श्री कृष्ण जन्मभूमि नहीं मिलेगी.
गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा:
उन्होंने केंद्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है और कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे कड़ा निर्णय लेंगे.
आंदोलन जारी रहेगा:
उन्होंने कहा कि गौ माता को माता का दर्जा दिलाने के लिए चाहे मेरे चीथड़े उड़ जाएं, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा.
हिंदू राष्ट्र:
उन्होंने कहा कि पहले मंदिरों को हिंदू धर्माचार्यों के हवाले किया जाना चाहिए ताकि वे हिंदू धर्म के अनुसार पूजा-पाठ कर सकें।
सुहेला के गौ सेवक विष्णु यादव ने बताया कि गाय भी हमारे घर के सदस्य की तरह होती है आज उनका रोड एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई है हमें भी जिस प्रकार से हम अपने परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार करते हैं उसी प्रकार से गौ माता का भी अंतिम संस्कार करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी होती है इसलिए आज उनका विधि पूर्वक से आज उनका अंतिम संस्कार किया गया।