

अमर स्तम्भ संवाददाता की खास रिपोर्ट
एटा/जलेसर- भारत कृषि प्रधान देश है,इसकी 80% जनता कृषि कार्यो से जुड़ी है।अब तक जितनी सरकारों ने राज्य या केंद्र में कमान संभाली है।किसानों का दोहन ही किया है। पूर्व की सरकारों को तरह वर्तमान सरकार ने भी कृषि पर निर्भर किसान की अनदेखी करने में
गरज नही किया है।आल इण्डिया किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश चन्द्र लोधी, राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं जनपदीय पदाधिकारियों ने उक्त संयुक्त सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप पधारे विश्व जीत सिंह राज्य मंत्री उ प्र सरकार एवं लाल जी प्रधान संपादक दर्पण न्यूज लखनऊ के समक्ष तमाम समस्याओं का अंबार घने हिमालय के समान प्रस्तुत किया। क्षेत्रीय पत्रकारिता में उतपन्न विवाद एवं उलझनों से मुक्त होकर पत्रकारिता करने,सीधे विवादों से बचकर समाज का आइना बनकर जन समस्याओं एवं सरकार के बीच समुचित माध्यम बनकर प्रखर कलम के सच्चे सिपाही की तरह अडिग रहकर अपनी बात को विभिन्न माध्यमों से सरकारी तंत्र की झोली में पहुंचाने का प्रयास पत्रकार ही करता है। फिर भी कहीं न कहीं द्वेष भावना का शिकार हो जाता है। ऐसी परिस्थितियों से जूझते हुए अपनी कलम की पैनी धार को और मजबूत कर अधिकारी, कर्मचारी व समान्य लोगों के बीच समुचित माध्यम का उपयोग केवल पत्रकार ही करता है। इन सब चर्चाओं के आदान प्रदान के माध्यम से एक विचार-विमर्श करने का प्रयास किया गया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ स्वागत सम्मान की कार्य प्रणाली से शुरू हुआ 21 किलो का पुष्पहार माननीय अतिथि देवो भव की परम्परा के स्वरूप भेंट किया गया। एक एक कर सभी आगन्तुकों को पुष्पहार भेंट कर सम्मानित किया गया। माननीय मंत्री जी ने मेडल एवं लखनऊ दर्पण न्यूज नामक मासिक पत्रिका भेंट कर पत्रकार बन्धुवों का मिलन समारोह सम्पन्न किया।मंत्री जी ने पत्रकारिता जगत में आने वाले व्यवधानों के प्रति सजग रहकर विशुद्ध पत्रकारिता करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालक पत्रकार रवेन्द्र जादौन ने किया। कार्यक्रम का समापन भोजन व्यवस्था के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम संयोजक डा गोकुल सिंह व आयोजक मुनेश लोधी राजपूत एवः में सहभागी प्रतिनिधियों में मुख्य भूमिका निभाने वाले प्रतिनिधियों लोधी, वीरेन्द्र सिंह वर्मा, काली चरन, भीषम पाल सिंह, महेश चन्द्र, राम किशन,बी डी वर्मा, सूर्य प्रकाश पत्रकार, योगेन्द्र प्रताप सिंह, लक्ष्य अमर टैगोर, गुलफाम,राजेन्द्र राजपूत, शिव मोहन, समीमखां, वीर बहादुर, अरूण कुमार, कल्याण सिंह आदि जन उपस्थित रहे थे।