रवेन्द्र जादौन की खास रिपोर्ट
एटा/जलेसर~ क्षेत्रीय समूहों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को एतिहासिक बनाने के लिए तैयारियों जोर-शोर से शुरू कर दी गई है। जिले भर में कई स्थानों पर क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ.अनुज कुमार सिंह आयुष विभाग व योगा ऑर्बिट फाउंडेशन के मार्गदर्शन में योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
गुरुवार को खंड विकास अधिकारी के प्रांगण तथा भृम कुमारी, जलेसर मे राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के योग प्रशिक्षक अनिल कुमार कुशवाह द्वारा योग शिविर का आयोजन किया गया।
जलेसर के प्रख्यात योग प्रशिक्षक, अनिल कुमार कुशवाह के अनुसार, “योग को केवल एक शारीरिक क्रिया समझना, इसकी गहनता को सीमित करना है। वस्तुतः, यह चेतना का विज्ञान है, जो व्यक्ति को उसके अंतस्थ से जोड़ता है।” योग का अभ्यास हमारे अस्तित्व के प्रत्येक स्तर पर सकारात्मक रूपांतरण करता है और साथ ही शिविर मे आये सभी साधकों को योगाभ्यास कराया गया। प्रतिदिन सभी को योग करने को प्रेरित किया गया।
खंड विकास अधिकारी पी.सी.आनंद ने कहा कि आज की तनावपूर्ण दिनचर्या और जीवनशैली-जनित रोगों के मध्य, प्राचीन भारतीय ज्ञान ‘योग’ एक अचूक समाधान बनकर उभरा है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, अपितु मानसिक शांति और आत्म-उत्कर्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाली एक समग्र जीवन पद्धति है, जिसे अपनाना वर्तमान समय की अनिवार्य आवश्यकता है।
इस मौके पर खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय के समस्त अधिकारी व कर्मचारी, डॉ. शबनम राजपूत, भ्रम कुमारी सुनीता, कुमारी गुंजन सिंह, पुष्पा देवी, कुलदीप चौधरी, पुष्पेंद्र कुशवाह, सुमित, निधि कुमारी, काकुल, देवी रिचा यादव अभिषेक आदि मौजूद रहे ।