जे पी शर्मा / स्थानीय संपादक , दैनिक अमर स्तम्भ)
अजमेर – माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के राजीव गांधी सभागार में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिशासी अभियंता सुरेन्द्र कुमार मौर्य सुदर्शन की प्रेरणादायक पुस्तक जीने की राह का लोकार्पण समारोह गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह बहुआयामी रचना संग्रह गीत, कविता, व्यंग्य, कव्वाली और तुकांत रचनाओं के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूता है, जो मानव को उत्कृष्टता की दिशा में अग्रसर करने का संदेश देता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री जसराज जयपाल ने की, जबकि मुख्य अतिथि रहे रामचंद्र चौधरी। विशिष्ट अतिथि के रूप में महेंद्र सिंह रलावता (पूर्व उप सचिव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी), डॉ. आर. के. शर्मा (DM एंडोक्रिनोलॉजी, AIIMS), रामलाल सोलंकी (पूर्व उप सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग), अलहाज सैयद गुलाम किब्रिया चिश्ती (गद्दी नशीन, दरगाह शरीफ अजमेर), त्रिलोक जैन (प्रधान संपादक, दैनिक आधुनिक राजस्थान), सुरेश सिंधी (पूर्व प्रशासनिक अधिकारी), जयप्रकाश चारण (संयुक्त निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) तथा रूद्रा रेणु (संयुक्त निदेशक, आयोजना विभाग) मंचासीन रहे। पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर वक्ताओं ने सुरेन्द्र कुमार सुदर्शन की लेखनी की सराहना करते हुए कहा कि जीने की राह न केवल साहित्यिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि जीवन में नैतिक मूल्यों को पुनः जाग्रत करने वाली प्रेरक रचना है। पूर्व मंत्री जसराज जयपाल ने अपने उद्बोधन में कहा, यदि भारत का प्रत्येक नागरिक इस पुस्तक में निहित मूल्यों को जीवन में उतार ले, तो देश पुनः ‘सोने की चिड़िया’ बन सकता है। महेंद्र सिंह रलावता ने कहा, जीने की राह कवि सुरेन्द्र कुमार को साहित्य में अमरत्व प्रदान करेगी। यह पुस्तक समाज को दिशा देने वाली प्रकाश स्तंभ है। अन्य अतिथियों ने भी पुस्तक की विषयवस्तु को सराहते हुए लेखक को बधाई दी। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. मधु खंडेलवाल ‘मधुर’, डॉ. अंजु अग्रवाल, एवं सत्यरूपा तिवारी द्वारा किया गया। समारोह में विभिन्न विभागों के अधिकारी, साहित्यप्रेमी एवं शहर के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में लेखक सुरेन्द्र कुमार ‘सुदर्शन’ ने सभी अतिथियों एवं उपस्थितजनों के प्रति आभार व्यक्त किया।
