मो.फारुक ब्यूरो चीफ उन्नाव।

पुरवा उन्नाव। बीती देर रात बिल्लेश्वर मंदिर के पुजारी को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया। आरोपियों का इरादा हत्या कर देने का था मगर वह अपने उद्देश्य में सफ़ल नहीं हो पाए। घटना की खबर फैलते ही सैकड़ों शिष्य शिव मंदिर पहुंच गए। आरोपियों के विरुद्ध नामजद तहरीर के आधार पुलिस ने अभियोग पंजीकृत करने से इंकार कर दिया। अपमानजनक बातो की तहरीर बदलाई तब कहीं जाकर घटना दर्ज हुई। पिछले कुछ वर्षो से पुजारी दिलीप सिंह बिल्लेश्वर मंदिर में रहकर पूंजा अर्चना करते हैं वह तांत्रिक बाबा के नाम से विख्यात हैं मंदिर में पड़ोसी मोहल्ले दुर्गापुर के गोस्वामी श्रद्धालुओं को बेल पत्र फूल आदि देते हैं इन्हीं में दबंग गुड्डू गोस्वामी रात 9 बजे के आसपास अपने चार अन्य साथियों के साथ तांत्रिक दिलीप सिंह के आश्रम जो मंदिर परिसर में ही हैं पहुंच गया और उन्हें गालियां देने लगा उन्होंने विरोध किया तो पीटने लगा आश्रम में रुके शिष्यों ने विरोध किया तो वह अपने साथियों के साथ भाग गया मगर यह धमकी देकर गया कि बच नहीं पाओगे। बाद घटना पुजारी दिलीप सिंह के साथ एक सैकड़ा से अधिक लोग कोतवाली पहुंचे घटनाक्रम बताते हुए नामजद अभियोग पंजीकृत करने हेतु शिकायत पत्र दिया। हैरान करने वाली बात यह कि हम जिस वर्दी से सुरक्षा और न्याय की उम्मीद पाले हुए उसका भीभत्स चेहरा सामने आया तांत्रिक/ पुजारी को अशोभनीय शब्दों से प्रताड़ित किया गया तहरीर बदलने के लिए धौंसियाया गया नतीजा डर के आगे भूत वाली कहावत चरितार्थ हुई तहरीर बदल गई। उल्लेखनीय है कि पुजारी दिलीप सिंह के साथ हुई घटना से क्षेत्र में आरोपियों व पुलिस के प्रति जबरदस्त गुस्सा है। राज्य की कुर्सी पर बैठकर एक संत न्याय कर रहा है अपराधियों को सबक सिखा रहा तो दूसरी तरफ मंदिर परिसर के अंदर दबंगों ने पुजारी को दौड़ा दौड़ा कर पीटा। पुलिस मुकदमा लिखने से पहले तहरीर बदलवा दी। शायद उसे संत को न्याय देने के बजाय आरोपियों निजी लाभ दिखाई पड़ रहा है जो भी हो पर यह सच है कि बाद घटना क्षेत्र में गुस्सा है लोगों की मानें तो कार्यवाही नहीं हुई तो गुस्सा सड़क पर दिखाई पड़ेगा।