
तहसील संवाददाता अमर स्तम्भ
एटा/जलेसर- बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय की अनियमितताओं में कमी नहीं है। बेसिक शिक्षा अधिकारियों की मिली भगत से विद्यालयों में फर्जी हाजिरी दर्शा कर एडीएम में भारी गोलमाल किये जाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नौनिहालों को मध्याह्न भोजन योजना में मैन्यू के अनुसार दिये जाने वाले फल,दूध,गजक के तो दर्शन भी दुर्लभ हो गए हैं। समाज सेवियों ने जनपद मुखिया के समक्ष शिकायत कर इस संदर्भ में अनियमितताओं की जांच कराने व विधिक कार्यवाही करने की सिफारिश की है।
बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में एमडीएम लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि कर लिखने का खेल जोरों पर चल रहा है। अभिभावकों की मानें तो मध्याह्न भोजन योजना में अधिकांशतः विद्यालयों में लगभग 30 से 40 प्रतिशत अधिक उपस्थिति दैनिक दर्ज कराने दौर निरंतर जारी है। जबकि धरातलीय बच्चों की उपस्थिति नगण्य रहती है। प्राधानाध्यापकों द्वारा अधिक उपस्थिति दर्ज कर एमडीएम की धनराशि हड़पने की नीयति में बढोतरी हो रही है। मैन्यू के अनुसार सोमवार को ताजा फल, बुधवार को दूध एवं गुरुवार को गुड की गजक का प्रावधान किया गया है लेकिन अध्यापकों की मनमानी के चलते फल,दूध व गुड की गजक नदारद रहती है। अभिभावकों में अशोक कुमार, देवेन्द्र सिंह, विनोद कुमार, धर्मेन्द्र कुमार सिंह व प्रमोद कुमार आदि के अनुसार की गयी शिकायत पर विभागीय की लापरवाही व शिथिलता के साथ साथ मिली भगत के कारण कार्यवाही नहीं की जाती है। इस कारण परिषदीय विद्यालयों में खूब घोटाले हो रहे हैं और घोटालेबाजों के हौसले बुलन्द हैं।
AMARSTAMBH
AMARSTAMBH