
अमर स्तम्भ संवाददाता की खास रिपोर्ट एटा
एटा/जलेसर- उत्तर प्रदेश के जनपद अन्तर्गत जलेसर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत शकरौली के उपग्राम धर्मपुर के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गाँव में लगभग छः हजार लोगों की आवादी है। बीते चार वर्षों में सचिव एवं ग्राम प्रधान द्वारा आज तक हमारे गाँव धर्मपुर में गली खरंजा के नाम पर एक भी ईंट नहीं लगाई गई है। हमारे गांव धर्मपुर में सचिव एवं ग्राम प्रधान ने आजतक कभी भी सफाई कर्मी से नाली साफ नहीं कराई है जब कि सफाई कर्मचारियों को वेतन बराबर दिया जा रहा है। धर्मपुर गाँव में ग्रामीणों के निजी रुपये से लगाये गए हैंडपंपों को भी सचिव एवं ग्राम प्रधान ने सरकारी खातों में निहित कर सरकारी धन हड़पा गया है। धर्मपुर गांव में सचिव एवं ग्राम प्रधान ने एक-दो नाली का निर्माण कराया है उसमें भी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। इन सभी तथ्यों की जाँच हेतु आईजीआरएस पोर्टल पर कई बार शिकायत की जा चुकी है जिसमें सचिव एवं ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर निस्तारण कर दिया जाता है। दशकों से शकरौली ग्राम पंचायत पर एक ही सचिव सुनील दिवाकर टिका हुआ है जो हमारे गांव धर्मपुर के विकास कार्यों में बाधा बना हुआ है। बिना घूंस लिए कोई भी कार्य नहीं होने देता है। इस लिए तत्काल प्रभाव से सुनील दिवाकर ग्राम पंचायत सचिव को हटाया जाए। ग्राम पंचायत सचिव सुनील दिवाकर कई वर्षों से शकरौली पंचायत पर तैनात रहने के कारण बीते कई चुनावों में प्रधानी के निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देता है। अपने मन मुताबिक प्रधान चुनने की कवायद में लगा रहता है। पंचायत सचिव सुनील दिवाकर की संपत्ति की भी निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।शकरौली पंचायत में बिना विकास कार्य कराए ही सचिव एवं ग्राम प्रधान ने मिलकर घोटाले किये हैं जिसकी निष्पक्ष जाँच कर कार्यवाही होनी चाहिए। ग्रामीणों का कहना है कि अतिशीघ्र हमारी सभी माँगें पूरी नहीं की गई तो समस्त ग्रामवासी तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन करेंगे एवं आगामी चुनवों में चुनाव वहिष्कार करेंगे जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।