

खतौनी रियल टाइम में नाम संशोधन को भटक रहे किसान प्रशासन की लापरवाही
रवेन्द्र जादौन की खास रिपोर्ट
एटा/जलेसर – तहसील जलेसर की रियल टाइम खतौनियों में प्रशासन की लापरवाही के चलते नाम एवं अंश संशोधन को लेकर दर दर की ठोकरें झेल रहे किसान फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य कैसे होगा पूरा । इन दिनों फार्मर रजिस्ट्री कार्य को शतप्रतिशत पूरा कराये जाने को लेकर शासन काफी सख्त लहजे में है। जिसके चलते प्रशासनिक एवं राजस्व अधिकारी इस चिलचिलाती धूप में भी गांव गांव जाकर फार्मर रजिस्ट्री कार्य को पूरा कराये जाने की बाबत किसानों मनुहार कर रहे हैं। वहीं तहसील क्षेत्र के अभिलेखों में काफी किसानों के गलत नाम ही दर्ज हैं जिनकी फेहरिस्त काफी लम्बी है। परिणामस्वरूप किसान खतौनी रियल टाइम में अपने नामों को संशोधित कराने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे में फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य कैसे पूरा हो सकेगा? यही सवाल राजस्व विभाग के अधिकारियों के लिए अनबूझ पहेली बना हुआ है। फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए आधार कार्ड आदि अभिलेखों के अनुसार ही खसरा खतौनी आदि अभिलेखों में भी किसान का नाम होना आवश्यक है। मगर तहसील के राजस्व अभिलेखों में अधिकांशतः किसानों के नाम गलत दर्ज हैं। राजस्व अभिलेखों में अपने नाम एवं वल्दियत को सही कराये जाने के लिए किसान कई महीनों से तहसील के चक्कर लगा रहे हैं मगर उनके नामों का संशोधन नहीं हो पा रहा है। तहसील क्षेत्र के कस्वा अवागढ़ के मोहल्ला कछपुरा से आयी महिला किसान बबली देवी पत्नी वीरेन्द्र गिरि ने बताया कि वह मौजा अवागढ़ के गाटा संख्या 547/0.0400 है० के सम्पूर्ण भाग की मालकिन है। रियल टाइम खतौनी सहित सभी राजस्व अभिलेखों में उसका नाम बबली पत्नी वीरेन्द्र गिरि एवं बबली पत्नी वीरेन्द्र सिंह तथा खतौनी रियल टाइम खतौनी में दो स्थानों पर दर्ज है। जोकि अशुद्ध नाम है। जबकि आधार कार्ड एवं अन्य अभिलेखों के अनुसार उसका सही नाम बबली देवी पत्नी वीरेन्द्र गिरि है। राजस्व अभिलेखों में गलत नाम दर्ज होने के कारण उसकी फार्मर रजिस्ट्री नही हो पा रही है। वह तहसील कार्यालय के कई चक्कर लगा चुकी है। मगर अभी तक उसका नाम संशोधित होकर सही नहीं हो सका है। शनिवार को पुनः तहसीलदार जलेसर को एक प्रार्थना पत्र दिया गया है। जिसमे रियल टाइम खतौनी में नाम शुद्ध किये जाने की गुहार लगायी गयी है। वही क्षेत्रीय लेखपाल पवन कुमार का कहना है कि अवागढ़ के गाटा संख्या 547/0.0400 है0 में दर्ज नाम बबली पत्नी वीरेन्द्रगिरि व बबली पत्नी/वीरेन्द्र सिंह निवासी कछपुरा अवागढ़ एक ही महिला है। खतौनी सहित अन्य राजस्व अभिलेखों में महिला के दो नाम अभिलिखित हैं तथा दोनों ही नाम गलत हैं। आधार कार्ड आदि अभिलेखों पर अंकित नाम बबली देवी पत्नी वीरेन्द्र गिरि सही है। जिसे दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को रिपोर्ट भेज दी गयी है। पत्रकारों द्वारा किसान हितों की जानकारी के लिए तहसील प्रशासन से बात करने की कोशिश कीजाये तो मोबाइल रिसीव नहीं किया जाता है एवं सीयूजी नम्बरों को पूरी तरह तमाशा बना रखा है कभी लगते क्यों नहीं।