
रवेन्द्र जादौन की खास रिपोर्ट
एटा/जलेसर- गृह कलेश घर बर्बाद कर देती है। जब हद से भी और आगे बढ़ जाये तो जीवन भी समाप्त कर देती हैं। ऐसा ही एक मामला गांव पिलखतरा में देखने को मिला है। पत्नी बसन्ती देवी चार बच्चों के साथ मां बाप जीवन यापन कर रहे थे। 40 बकरियां,गाय व भेंस से परिवार का भरण पोषण चल रहा था। कुछ दिन पहले से पति पत्नी के बीच अन बन प्रारंभ हो गयी।बात इतनी बढ गयी कि दोनों पति पत्नी में झगड़ा होने लगा। 22/03/2025 की सुबह पुनः घना झगड़ा हुआ था। पत्नी अपने पति के झगडे से तंग आकर अपने चार पुत्रों व पुत्री के साथ , 40 बकरियों, गाय व भेंस आदि घर गृहस्थी का सभी सामान गाड़ी में भरकर अपने पिता के घर ग्राम चिरुली, जनपद औरैया को चली गयी। इस बात से क्षुब्ध होकर महाराज सिंह पुत्र प्यारे लाल (उम्र 50 वर्ष) जाति खटीक ने अपने खेत पर खड़े पेड़ की शाखा पर दुपट्टे से फांसी का फन्दा बनाकर अपनी जीवन यात्रा खत्म करने का खौफनाक कदम बढ़ाने का फैसला कर लिया।
पेड़ पर फन्दा डाल कर जीवन लीला समाप्त कर ली।
मृतक के भतीजे विपिन पुत्र सुरेश कुमार के अनुसार
दो तीन दिन से पति पत्नी में गृह क्लेश चल रहा था। 22/3/2025 को दोनों पति पत्नी में सुबह दुबारा झगड़ा हुआ । जब से पत्नी मायके चली गयी मृतक इस बात को लेकर काफी तनाव में था।
मृतक ने खेत पर पेड़ पर फन्दा डाल कर जीवन लीला समाप्त कर ली है। सूचना पाते ही कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गयी। शव को पंचनामा भर जरूरी कार्यवाही करते हुए शव बिच्छेदन गृह भेज कर जांच शुरू कर दी है।