
बलौदाबाजार से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट,,,,
बलौदा बाजार प्रेस क्लब ने पुलिस अधीक्षक से की भेंट, प्रशासन ने प्रस्ताव भेजने की कही बात
नगर में कानून-व्यवस्था की लगातार बढ़ती चुनौतियों, जनसंख्या में हो रही वृद्धि और बढ़ते आपराधिक मामलों को देखते हुए अब ग्रामीण थाना की स्थापना की माँग एकजुट स्वर में उठने लगी है। वर्तमान में थाना सिटी कोतवाली के अधीन बलौदा बाजार नगर एवं तीन बड़े औद्योगिक सीमेंट संयंत्र जिनकी दो – तीन यूनिट कार्यरत हैं जिसमें हजारों मजदूर कार्य कर रहे हैं सहित 76 गाँव आते हैं, जिनकी कुल जनसंख्या डेढ़ लाख से ज्यादा है। कोतवाली में 69 स्वीकृत पदों में से केवल 52 पर ही अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत हैं, जिससे पुलिस पर अत्यधिक दबाव है।इन्हीं जमीनी हकीकतों को ध्यान में रखते हुए बलौदा बाजार प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता से मुलाकात कर ग्रामीण थाना की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की और औपचारिक मांग की।प्रेस क्लब अध्यक्ष नरेश गनशानी ने पत्रकारिता के अनुभव साझा करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर पुलिस सहायता न मिलने से अनेक अपराध अनियंत्रित रहते हैं। उन्होंने कहा कि नया थाना जनता में सुरक्षा का भाव पैदा करेगा।नगर के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और व्यावसायिक संगठनों ने भी इस माँग का समर्थन किया है।आकांक्षा गोलू जायसवाल, अध्यक्ष, जिला पंचायत बलौदा बाजार ने कहा,”बलौदा बाजार का तेजी से होता शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि मौजूदा पुलिस व्यवस्था अपर्याप्त है। ग्रामीण थाना की स्थापना से अपराध नियंत्रण और न्याय सुलभता दोनों ही बेहतर होंगे। जिला पंचायत इस माँग का पूर्ण समर्थन करती है।”बलौदा बाजार नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अशोक जैन ने इस विषय में स्पष्ट रूप से कहा,”बलौदा बाजार नगर का विस्तार और औद्योगिक गतिविधियों में बढ़ोत्तरी कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस व्यवस्था की माँग करता है। ग्रामीण थाना की स्थापना केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि समय की माँग है। नगर पालिका परिषद इस प्रस्ताव का पूर्ण समर्थन करती है और प्रशासन से शीघ्र निर्णय की अपेक्षा करती है।”भावना गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, बलौदा बाजार ने प्रेस क्लब के प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए कहा,”बलौदा बाजार नगर में ग्रामीण थाना की स्थापना हेतु प्रस्तुत माँग पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है। हम शीघ्र ही विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को स्वीकृति हेतु भेजेंगे, ताकि नगर की कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ की जा सके।”इस संबंध में प्रमुख जनप्रतिनिधियों और संगठनों ने भी अपनी राय स्पष्ट रूप से रखी:आनंद यादव, जिलाध्यक्ष, भाजपा: “वर्तमान सिटी कोतवाली पर अत्यधिक कार्यभार है। नया थाना गठित होने से अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सुधार होगा।”सुमित्रा घृतलहरे, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस: “महिलाओं की सुरक्षा और शीघ्र कार्रवाई हेतु अतिरिक्त थाना समय की मांग है।”अभिषेक (मिकी) तिवारी, जिलाध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद: “धार्मिक आयोजनों और सामाजिक समरसता बनाए रखने में पर्याप्त पुलिस बल अनिवार्य है।”शारीख खान, अध्यक्ष, बार काउंसिल: “न्याय में विलंब से बचने हेतु पुलिस की त्वरित जांच जरूरी है, जो अतिरिक्त थाना से संभव होगा।”जुगल भट्टर, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स: “व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और बाजार की गतिविधियों के संचालन हेतु पुलिस बल की मौजूदगी महत्वपूर्ण है।”बलौदा बाजार में ग्रामीण थाना की स्थापना अब केवल एक मांग नहीं रही, बल्कि यह नगर की सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और नागरिकों की न्याय सुलभता के लिए एक अनिवार्य प्रशासनिक निर्णय बन चुकी है। नगर के विभिन्न वर्गों द्वारा उठाई गई यह मांग अब प्रशासनिक स्तर पर संज्ञान में आ चुकी है, और शीघ्र ही इस दिशा में ठोस पहल की उम्मीद की जा रही है।