मनेन्द्रगढ़। जिले की शासकीय शराब दुकान में मिलावटी शराब बेचे जाने का गंभीर मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, यह गोरखधंधा लंबे समय से आबकारी विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से चल रहा है। शराब के शौकीन ग्राहकों को असली ब्रांड के नाम पर नकली और स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक शराब परोसी जा रही है। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन और संबंधित विभाग को सब कुछ मालूम होते हुए भी आंखें मूंदे बैठा है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि शराब पीने के बाद कई लोगों की तबीयत खराब हुई है, लेकिन डर और प्रशासनिक दबाव के कारण कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा। बताया जा रहा है कि दुकान से बिकने वाली शराब की बोतलों में ब्रांडेड कंपनियों के लेबल तो होते हैं, लेकिन अंदर घटिया और जहरीली शराब भरी जाती है। इसका असर पीने वालों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। कई मामलों में उल्टी, चक्कर और गंभीर बीमारियों की शिकायतें भी सामने आई हैं।
सूत्रों का दावा है कि इस धंधे में दुकान संचालकों से लेकर कुछ आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत है, जो हर महीने मोटी रकम लेकर आंखें मूंदे हुए हैं। आमजन ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि जनता को राहत मिल सके और इस मिलावटी शराब के कारोबार पर रोक लगाई जा सके।
उपकार केसरवानी जिला प्रमुख कि रिपोर्ट
