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माह ऐ रमजान हर मोमिन को चाहिए तहे दिल से इस्तकबाल करना। इसी कड़ी में 20 वे माह ऐ रमजान को जामा मस्जिद में विशेष नमाज तरावीह पढ़कर कुरआन पाक मुकम्मल कराया

मो.फारुक ब्यूरो चीफ उन्नाव

दैनिक अमर स्तंभ/ पुरवा उन्नाव। यूं ही चलता रहेगा हर साल रहमतों व बरकतों वाला महीना, माह ऐ रमजान हर मोमिन को चाहिए तहे दिल से इस्तकबाल करना। इसी कड़ी में 20 वे माह ऐ रमजान को जामा मस्जिद में विशेष नमाज तरावीह पढ़कर कुरआन पाक मुकम्मल कराया: पेश इमाम मौलाना मो० इस्लामुद्दीन।

शुक्रवार रात को नगर के पीराशाह स्थित जामा मस्जिद में पेश इमाम मौलाना मो० इस्लामुद्दीन बरकाती साहब ने इशा नमाज पढ़ विशेष नमाज तरावीह पढ़ाकर 20 वे माह ऐ रमजान को कुरआन पाक मुकम्मल कराया और बताया कि माह ऐ रमजान के मुक़द्दस मौके पर अल्लाह से तौबा कर नेकियों की तरफ जाना चाहिए ताकि गुनाहो से तौबा कर बच सके और गरीबों, यतीमों, बेसहारों, मजलूमो, की मदद करें इससे अल्लाह पाक अपने नबी पाक के सदके से खैरों बरकद अता कर हर मुश्किल को आसान करता है। साथ ही पेश इमाम मौलाना मो० इस्लामुद्दीन बरकाती साहब ने हिंदुस्तान मुल्क में अमन व चैन और इंसानियत की दुआ की। वहीं पेश इमाम मौलाना मो० इस्लामुद्दीन बरकाती व मुवज्जन रुस्तम अली को गुलाब का माला पहनाकर इस्तकबाल किया गया। इस मुक़द्दस मौके पर मौलाना शमीम, कारी कौसर, कारी नसरुद्दीन, मौलाना आरिफ, हाफिज मोनिस, हाफिज आदिल, कारी शरीफुद्दीन, हाफिज नौसाद, हाफिज शादाब, कारी मुस्लमिन, मुवज्जन रुस्तम अली, मुतवल्ली अकिल मेला प्रबंधक, वसीम अहमद, सुन्नी, सहनवाज (गुल्लू), बाबू, अखलद, चांद खान, फैसल खान, आलम (गन्ने), रिजवान, नूरुल, आरिफ, खालिद, मुन्ना, ताज खान, आदि अकीदत मंद रहे।

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