
बलौदाबाजार से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट,,,,,
राजस्व मंत्री के जिले में राजस्व का बुरा हाल
बलौदाबाजारबलौदाबाजार भाटापारा जिले के भाटापारा विकासखंड में आने वाला ग्राम पंचायत तुरमा जहां के किसान छक्कन दास मनहरे जो लगभग 6 साल से अपनी जमीन के प्रकरण के निराकरण के लिए लगातार तहसील कार्यालय,एसडीएम कार्यालय, भाटापारा थाना,एसपी कार्यालय तथा जिलाधीश तथा राजस्व मंत्री के समक्ष भी बार-बार आवेदन के माध्यम से खड़ा हो रहा है मगर शासन तथा प्रशासन आज तक छक्कन दास मन्हरे के प्रकरण में मुक दर्शक बनी हुई है और लगातार राजस्व के अधिकारियों के ऊपर मेहरबान है जिससे यह साबित होता है कि सब मिली भगत से कार्य संचय होता है क्योंकि छक्कन दास मन्हरे किसान के 2015 सन् में जब वसीयतनामा के आधार पर जमीन उनके नाम पर आदेश हुई थी और उसके बाद पटवारी अयूब खान तथा राधेश्याम बर्मन पटवारी के द्वारा मैन्युअल नक्शे में तथा लिपि त्रुटि तथा ऑनलाइन में भी रिकॉर्ड को काटा गया है जिससे आज दिनांक तक किसान का जमीन का रिकॉर्ड की दुरुस्ति नहीं हो पाया चाहे वह लूप लाइन में हो या फिर ऑनलाइन में और आज दिनांक तक तहसीलदार एसडीएम कलेक्टर भी अपने पटवारी के ऊपर मेहरबान दिख रहे हैं क्योंकि बलौदाबाजार भाटापारा जिले में लगभग चार से पांच कलेक्टर बदल गए इसी तरह तहसीलदार की भी संख्या 6 से 7 हो गई मगर आज तक किसान के रिकार्ड की दुरुस्ती तथा पटवारी के ऊपर कार्यवाही और यहां तक की छक्कन दास मन्हरे के रिकॉर्ड में चढ़ी हुई जमीन पर आज कब्जा धारी ने भी कब्जा कर अवैध अतिक्रमण भी किया है जिसका आज आवेदन के माध्यम से किसान ने बताया कि मेरे जमीन का रिकॉर्ड दुरुस्ती नहीं होने, पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने, कब्जाधारियों के ऊपर कार्रवाई नहीं होने और धमकी देने वाले के ऊपर ऊपर एफआईआर नहीं होने के कारण आज दिनांक को अपने आप को दुखी एवं प्रशासन से ठगा हुआ महसूस कर रहा हूं इसीलिए आज मैं अपनी जमीन 62/18 तथा 344 खसरा नंबर में तार घेरा कर रहा हूं जिसमें किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर शासन प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। किसान ने बताया कि लगातार तहसील के चक्कर काट काट कर और जिलाधीश के पास जाकर में परेशान हो गया इस वजह से मैं राजस्व के द्वारा डामाडोल रवैया को देखते हुए मैं अपने जमीन की रिकॉर्ड की दृष्टि नहीं होने की एवज में रोड को जाम कर दिया हूं। आखिर प्रशासन के द्वारा या राजस्व के द्वारा यह क्या मामला चल रहा है यह तो भगवान ही जाने क्योंकि जिले में अब तो राजस्व मंत्री भी इसी जिले के हैं मगर राजस्व का बुरा हाल है और इस तरह से किसान सुहेला में आत्महत्या करने को मजबूर हो गया आज ताजा जानकारी के अनुसार पलारी तहसील में भी 5 से 6 महीने तक किसान चक्कर लगाने के बाद अपने परिवार सहित बैठने को आवेदन भी दे डाले तथा इसी तरह का हाल छक्कन दास मन्हरे तुरमा निवासी का भी है अब यह होगा देखने वाली बात यहां होगी कि जिलाधीश इस पर किस तरह से संज्ञान लेकर क्या तत्काल कार्यवाही करते हैं खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में प्रशासन से बयान लेकर के खबर पुनः प्रकाशित करेगी….