जयपुर। विप्र सेना विद्याधर नगर विधानसभा अध्यक्ष अजीत कुमार शर्मा ने आज हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालमुकुंद आचार्य को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में हाल ही में सीकर स्थित प्रसिद्ध जीण माता मंदिर के पुजारी के साथ हुई मारपीट की घटना पर गहरा रोष प्रकट किया गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि यह घटना तहसीलदार और SHO के संरक्षण में हुई, जो अत्यंत निंदनीय और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विप्र सेना ने इस कृत्य की तीव्र भर्त्सना करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अध्यक्ष अजीत कुमार शर्मा ने कहा कि पुजारियों और संत समाज के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने ज्ञापन प्राप्त कर आश्वासन दिया कि वे इस मामले को उचित मंच पर उठाएंगे और पीड़ित पुजारी को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
विप्र सेना ने चेतावनी दी है कि यदि इस घटना में शामिल अधिकारियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वह राज्यव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
जयपुर। विप्र सेना विद्याधर नगर विधानसभा अध्यक्ष अजीत कुमार शर्मा ने आज हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालमुकुंद आचार्य को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में हाल ही में सीकर स्थित प्रसिद्ध जीण माता मंदिर के पुजारी के साथ हुई मारपीट की घटना पर गहरा रोष प्रकट किया गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि यह घटना तहसीलदार और SHO के संरक्षण में हुई, जो अत्यंत निंदनीय और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विप्र सेना ने इस कृत्य की तीव्र भर्त्सना करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अध्यक्ष अजीत कुमार शर्मा ने कहा कि पुजारियों और संत समाज के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने ज्ञापन प्राप्त कर आश्वासन दिया कि वे इस मामले को उचित मंच पर उठाएंगे और पीड़ित पुजारी को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
विप्र सेना ने चेतावनी दी है कि यदि इस घटना में शामिल अधिकारियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वह राज्यव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
