महेश प्रताप सिंह
कानपुर (अमर स्तम्भ)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों को सबक सिखाने हेतु भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए, ऑपरेशन सिंदूर जिसमें पाकिस्तान समर्थक आतंकवादी ठिकानों पर किए गए ताबड़तोड़ हमले के बाद पाकिस्तान भारत के बीच बन रहे भयानक युद्ध के आसार पर सेना सर्विस के दौरान भारतीय सेना के कई अभियानों में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व छाताधारी सैनिक एवं वर्तमान ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह आईपी ने भारत की महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री सहित सेना प्रमुखों को गोपनीय पत्र लिख कई अहम सुझाव देते हुए स्वयं व अपने हजारों अनुशासित ऑपरेशन विजय योद्धाओं के साथ सीमा पर जाने की इच्छा जताई। उपरोक्त जानकारी देते हुए ऑपरेशन विजय बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह आईपी ने कहा कि हमने जो देश की शीर्ष हस्तियों को गोपनीय पत्र लिखे हैं, उनकी सारी बातें तो नहीं बताई जा सकती, लेकिन कुछ प्रमुख जो बताई जा सकती हैं, उनमें यह है, कि हमने देश के शीर्ष हस्तियों को पूर्वोत्तर राज्यों से सटे पड़ोसी देशों से पूरी तरह सचेत रहते हुए आतंकवादियों एवं आतंकवादियों के समर्थक पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ-साथ अबकी बार हर हालत में पाक अधिकृत कश्मीर स्वतंत्र होना चाहिए जिसमें भारतीय सेना एवं भारतीय सरकार के साथ पूरा देश एकजुट खड़ा है। साथ ही उन्होंने देश के सभी नेताओं, विपक्ष एवं सभी देशवासियों से आह्वान किया कि वर्तमान समय में कोई भी नकारात्मक प्रश्न दिल में लिए बिना पूरी एकजुटता के साथ भारतीय सेना एवं भारत सरकार के साथ खड़े हो, जिससे भारतीय सेना एवं भारत सरकार आतंकवाद को मिटाने के साथ-साथ आतंकवाद का समर्थन करने वाले पाकिस्तान जैसे देशों को सबक सिखा सके। अंत में उन्होंने यह भी कहा कि हम व हमारे हजारों अनुशासित योद्धा सेना व सरकार के साथ मिलकर सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर मे अपने सेना सर्विस के दौरान अनुभव के तहत अहम भूमिका निभाना चाहते हैं। जिसके लिए हम अपने बुलावे व अनुमति का इंतजार कर रहे हैं।