मुकेश कुमार
कानपुर (अमर स्तम्भ)। महिला दिवस मनाए जाने का असल उद्देश्य तब भी पूरा होगा जब महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना , अपने परिवार का और देश का प्रतिनिधित्व करेंगी और उन्हें समान सम्मान मिलेगा। समाज मे सुधार लाने के लिए शिक्षा के साथ- साथ लोगो की महिलाओं के लिए उनकी सोच बदलना भी जरूरी है। आधुनिक भारत मे राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री और सेना में अधिकारी जैसे पद पर रहकर महिलाओं ने अपनी पहचान बनाकर यह साबित किया है कि देश के विकास में उनकी भागीदारी भी महत्वपूर्ण है। इस 21वीं सदी में महिलाएं बतौर पेट्रोल पम्प कर्मी , बस कन्डक्टर , ऑटो ड्राइवर भी काम कर रही हैं और अपने परिवार का सहारा बन रही हैं। समाज को इन महिलाओं की हिम्मत ,मेहनत, लगन व ईमानदारी देखने और सबक लेने की जरूरत है कि एक महिला भी अपने हुनर से सब कुछ करने में सक्षम है। लोगो को इनकी उपेक्षा करने के बजाए इनके काम को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।