मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़। (दैनिक अमर स्तंभ)प्रीतम लोधी को भाजपा से निकाले जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है । नाराज लोधी समाज के लोगों ने आज शहर के एक निजी गार्डन में आमसभा का आयोजन किया । जिसमें ओबीसी और एससी, एसटी वर्ग के कुछ नेता भी शामिल हुए । सभा के बाद उमा भारती के भतीजे व जिला पंचायत सदस्य अनिल लोधी के नेतृत्व में लोधी समाज के लोग नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे । इस दौरान कुछ लोगों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना खड़ा रहा । दरअसल प्रीतम लोधी को भाजपा से निकाले जाने के बाद से ही लोधी समाज में नाराजगी है । आज इसी मुद्दे को लेकर जिले भर के लोधी समाज के लोग इक_ा हुए । आमसभा के दौरान कुछ लोगों ने प्रदेश सरकार पर जातिवाद के आरोप लगाते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ जमकर बयानबाजी की । सभा में एससी, एसटी और ओबीसी महासभा के प्रतिनिधियों ने भी बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सहित ब्राह्मणों के खिलाफ अपशब्द कहे । करीब 1 घंटे तक आमसभा का आयोजन चला । इसके बाद पैदल मार्च निकालते हुए लोधी समाज के लोग कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे ।
पुलिस व्यवस्था को दिया चकमा
कलेक्ट्रेट परिसर में ज्ञापन के चलते देहात और कोतवाली थाना पुलिस मुख्य गेट पर तैनात रहा । जबकि लोधी समाज के लोग कलेक्ट्रेट का घेराव करने लगे । इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी तमाशा देखती रही । पूरे कलेक्ट्रेट परिसर का चक्कर लगाने के पुलिस बल तैनात रहा । जबकि लोधी समाज के लोग कलेक्ट्रेट का घेराव करने लगे । इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी तमाशा देखती रही । पूरे कलेक्ट्रेट परिसर का चक्कर लगाने के बाद लोधी समाज के लोग मुख्य गेट पर पहुंचे । जहां करीब आधा घंटे तक नारेबाजी की गई । टीकमगढ़-झांसी हाईवे पर लगाया जाम कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर लोधी समाज का ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन कुछ लोग कलेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़ गए। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सागर कमिश्नर आज जिले के दौरे पर हैं । जिसके चलते कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी भी उनके साथ गए हैं । अधिकारियों की सफ ाई के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने और टीकमगढ़-झांसी हाईवे रोड पर जाम लगा दिया ।
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एसपी की सूझबूझ से ला इन आर्डर बिगडऩे से बचा
टीकमगढ़। आंदोलन के दौरान पुलिस को चुस्त रहना और शांति बनाये रखना, यह बहुत बढ़ी जिम्मेदारी होती है। लेकिन जब जिम्मेदार अधिकारी ही लापरवाह निकले तो, हालत बिगड़ते देर नहीं लगती। आज तो यदि पुलिस कप्तान प्रशांत खरे यहां न होते, तो शायद हालात कुछ और होते। उन्होंने स्थित पर नियंत्रण रखने का जो प्रयास किया, उसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है। यह मामला है संयुक्त कार्यालय पर हुये एक प्रदर्शन का। जहां प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ लोगों ने हालात बिगाडऩे का भरसक प्रयास किया, लेकिन किसी तरह स्थिति पर काबू रखा गया। बताया गया है कि यहां दोपहर के समय कलेक्ट्रेट पर हुए एक छोटे से शांतिपूर्ण प्रदर्शन को भी नही संभाल पाई थाना देहात पुलिस नहीं सम्हाल पाई। यहां ला इन आर्डर बिगड़ते बिगड़ते बचा, तो फि र बड़ी घटनाओं को कैसे हैंडिल किया जाएगा। गनीमत है कि अवकाश से वापिस आकर आज टीकमगढ़ शहर में एसपी प्रशांत खरे मौजूद हैं। जिन्होंने तत्काल मौके पर और अधिक पुलिस फ ोर्स भेजी, साथ ही अधिकारियों से फ ोन पर पर बात कर स्थिति पर अपनी नजर बनाए रहे। वरना आज कलेक्ट्रेट पर कुछ भी हो सकता था। एसपी श्री खरे की सक्रियता व सूझबूझ से आज हालत बिगडऩ से बच सके। लोगों ने उनकी सूझबूझ और कार्यशैली की सराहना की है। देहात पुलिस की लापरवाही के कारण समूचे पुलिस प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ सकता था। कहते हैं कि छवि बनाने में सालों लग जाते हैं, परन्तु बिगडऩे में तनिक भी देर नहीं लगती। यहां बता दें कि टीआई श्री खान के कार्यकाल को लोग अभी भी यहां याद करते हैं।