बांदा ब्यूरो चीफ मयंक शुक्ला
बांदा (अमर स्तम्भ) / राजमिस्त्री का काम करने वाले वृद्ध ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर सोमवार को किसी समय केन नदी स्थित रेल पुल से छलांग लगा दी थी। इस बात की जानकारी किसी को नहीं हुई। बाद में लोगों की निगाह पड़ी तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देर रात को शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। बाद में परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की शिनाख्त की। बताया गया कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर राजमिस्त्री ने आत्मघाती कदम उठाया।
शहर के नोनिया मोहल्ले में रहने वाला प्रेमचंद्र उर्फ पल्ला (60) पेशे से राजमिस्त्री था। वह लोगों का मकान निर्माण करते हुए होने वाली आमदनी से अपने परिवार का भरण पोषण करता था। सोमवार की सुबह वह चाय पीने के बाद अपने घर से निकल गया, इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। सोमवार को ही किसी समय वह केन नदी स्थित रेलवे पुल पहुंचा और वहां से छलांग लगा दी। राजमिस्त्री सीधे पत्थरों में जा गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लोगों की नजर पड़ी तो मौके पर पहुंचे और मृत देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर, परिवार के लोग वृद्ध के आने का इंतजार कर रहे थे। रात में जब वृद्ध अपने घर वापस नहीं पहुंचा तो परिवार के लोगों ने सुबह खोजबीन का सिलसिला तेज कर दिया। बाद में उन्हें केन पुल के नीचे एक शव बरामद होने की जानकारी मिली तो परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव की शिनाख्त की। मृतक के भाई राजा ने बताया कि प्रेमचंद्र राजमिस्त्री का काम करता था। मृतक के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। बेटियों की शादी हो चुकी है। इस घटना से पत्नी कुसमा समेत परिवार के लेागों का रो-रोकर बुरा हाल है। नगर कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है!