रोडवेज बसें खड़ी होने से निगम की आय में लग रहा चूना
नियमित परिचालकों को लगा दिया कार्यालय में बसों का संचालन बाधित
लखनऊ (अमर स्तम्भ) यूपी रोडवेज परिवहन निगम के आलमबाग डिपो में मुख्यालय के आदेशों को सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक दिनेश कुमार पांडे ने दर-किनार कर दिया है।
नियमित परिचालकों को मार्ग पर न भेज कर आनंद बाबू बस संख्या यूपी 51एटी 2253 गोरखपुर मार्ग पर संचालित जिन्हे 2,3,4 सितम्बर को कार्यालय में लगा दिया गया। मोहम्मद आसिफ और गर्वित श्रीवास्तव बस संख्या यूपी 22 एटी 6601 गोरखपुर मार्ग पर बस संचालन करते हैं। जिसमें मोहम्मद आसिफ को 1 सितंबर डीजल पटल पर और गर्वित श्रीवास्तव को 3,4 सितंबर को कार्यालय में लिपिक कार्य पर लगा दिया था।
आपको बता दें कि आलमबाग डिपो में लगभग 96 बसें हैं। आंकड़ों की अगर बात करें तो परिचालकों के अभाव में 1 सितंबर बस संख्या 4273, 3 सितंबर 8476, 4304 दो बसें, 4 सितंबर 2924, 5 सितंबर 2968 7333 दो बसें 6 सितंबर 7601, 2968, 1989,8476 चार बसें, 7 सितंबर 3205, 3792, 4304, 1992 2968 6959 छः बसें और 8 सितंबर 3563 बसों का संचालन बाधित हुआ। जिससे यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जहां आलमबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक परिचालकों का डिपो में अभाव बताते हैं और दूसरी तरफ नियमित परिचालकों को मनमर्जी से कार्यालय में ड्यूटी करवाते हैं। बसों के संचालन में लगातार लापरवाही के कारण परिवहन निगम को प्रतिदिन लाखों रुपए का चूना लग रहा है। संचालन की जानकारी के लिए सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक पांडे को कॉल करने पर फोन नहीं उठाया गया।
गौरतलब रहे कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय के पूर्व प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने 31 जनवरी को प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक एवं समस्त सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को डिपो में कार्यरत नियमित चालक, परिचालकों से पद के अनुरूप बस संचालन का कार्य लिए जाने का निर्देश दिया था। आदेश को शक्ति से क्षेत्र की किसी भी इकाई में किसी भी परिचालक से लिपिक तथा ईटीएम पटल पर कार्य नहीं लिया जाएगा। नियमित चालक एवं परीचालकों से प्रत्येक माह में 5500 किमी पूरा करना होगा।