एटा से रवेन्द्र जादौन की खास खबर
एटा- 1997 में एक व्यक्ति की फर्जी दस्तावेजों की शिकायत की गयी थी।जिस पर जांच शुरू हुई थी। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1993 एवं 1995 में विनियमन करने वाले 30 कर्मचारियों को नौकरी मिली थी। सभी 21 कर्मचारियों की नौकरी से संबंधित पत्रावली भी कार्यालय से गायब पायी गयी। शासन ने जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर सभी कर्मचारियो की सेवाएं समाप्त कर दी है। SIT जांच में कर्मचारी की नौकरी से संबंधित फाइलें भी नहीं मिली थी । शासन ने 21 कर्मचारियों से वेतन, पेंशन आदि की रिकवरी के आदेश दिए हैं। 21 कर्मचारियों में से15 कर्मचारी सेवानिवृत्ति हो चुके हैं। 11 कर्मचारी कासगंज में तैनात हैं। शासन की इस बड़ी कार्यवाही से सभी कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।