काव्यस्थली पटल पर फाल्गुन के रंग काव्यस्थली के संग लाइव काव्यगोष्ठी का कार्यक्रम सम्पन्न।
जे पी शर्मा / स्थानीय संपादक , दैनिक अमर स्तम्भ
जयपुर राजस्थान फाल्गुन के रंग काव्यस्थली के संग कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 5 / 03 / 2023 रात 9:00 से 10:00 बजे तक पटल पर एक उत्कृष्ट काव्य गोष्ठी के आयोजन का शुभारंभ किया गया। काव्यस्थली पर सुप्रसिद्ध आशु कवि आदरणीय डॉ बलजीत सिंह “अनंत” जी द्वारा मंच उद्घोषक के रूप मे आशु काव्यमयी तत्काल रचित पंक्तियों से आमंत्रित रचनाकारों का अभूतपूर्व स्वागत किया गया ।
डॉ बलजीत सिंह जी ने सर्व प्रथम होली के त्यौहार पर अपनी सुन्दर रचना का सस्वर काव्य पाठ किया इसके उपरांत प्रत्येक सुकवि का काव्य मय चित्रण करते हुए उनका परिचय करवाया। उनकी अनुठी काव्य शैली ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा।
सर्व प्रथम वरिष्ठ पत्रकार जे पी शर्मा ने होली खेल रहयो नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में गीत प्रस्तुत कर फाल्गुन के रंग अपने स्वरों द्वारा बिखेर दिये ।कवि श्रेष्ठ भूपेन्द्र राघव ने छंद ,मुक्तक की वर्षा कर हास्य कविता से श्रोताओं रोमांचित कर दिया तथा उनकी सशक्त रचनाओं ने मंच को सुशोभित किया। महेंद्र भट्ट ने हास्य व्यंग पर सुंदर प्रस्तुति देकर श्रोताओं को खूब हंसाया। सुप्रसिद्ध कवि इंद्रजीत सिंह इंद्र ने रंगोत्सव होली को शालीनता पूर्वक खेलने की संदेशात्मक उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत की एवं एक हास्य व्यंग कविता भी सुनाई। शालीन और सौम्य स्वभाव के सुकवि रंजन लाल बेफ़िक्र ने होली शीर्षक पर सुमधुर काव्य पाठ किया। अंत में डॉ बलजीत सिंह अनंत ने कार्यक्रम का समापन करते हुए सबको धन्यवाद दिया एवं होली की अग्रिम शुभकामनाएं और बधाई दी । आपको बता दें कि आदरणीय डॉ बलजीत सिंह अनंत पेशेवर इंजीनियर होने पर भी एक सुप्रसिद्ध आशु कवि है राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपना कौशल दिखा चुके हैं कल रात उन्होंने ओनलाइन मंच उद्घोषक के रूप में भी अपनी अभूतपूर्व आशु काव्यमयी शैली से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया एवं कार्यक्रम में आरंभ से अंत तक कुशल मंच उद्घोषक होने का प्रमाण प्रस्तुत किया।पटल की संस्थापिका डॉ सुनीता शर्मा व वरिष्ठ पत्रकार जे पी शर्मा ने आमंत्रित रचनाकारों को शुभकामनाएं देते हुए आभार व्यक्त किया तथा उनके उज्ज्वल साहित्यिक भविष्य की कामना की।
मंच पर आमंत्रित रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए काव्यस्थली पटल द्वारा प्रसश्ति पत्र देकर सम्मानित किया।