बांदा ब्यूरो चीफ मयंक शुक्ला
बांदा (अमर स्तम्भ) / कोतवाली बबेरू क्षेत्र के परसौली गांव स्थित अप्रैल में हुई एक दर्दनाक घटना में अपने खेत में धान का बीज डालने जा रहे किसान बिजली पोल के सपोर्ट वायर में उत्तर करंट की चपेट में आ गया पिता को बचाने के चक्कर में उसके दो बेटे भी करंट की चपेट में आ गए और तीनों की दर्दनाक मौत हो गई। आनन-फानन में करंट से अलग कर तीनों को सीएचसी लाया गया जहां पर चिकित्सकों ने तीनों को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
घटना की खबर पाकर उपजिलाधिकारी बबेरू सीओ बबेरू कोतवाली प्रभारी बबेरू तीनों अधिकारी सीएचसी पहुंच गए इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है प्रशासनिक अधिकारी पुलिस और अन्य लोग परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं तीनों शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पूरी घटना बबेरू कोतवाली क्षेत्र के परसौली गांव निवासी गोरे लाल यादव उम्र 55 वर्ष पुत्र रामसनेही यादव किसानी करता था गुरुवार की दोपहर बाद अपने पुत्र अतुल उम्र 21 वर्ष एवं दीपू उम्र 15 वर्ष के साथ नर्सरी तैयार करने के लिए धान का बीज डालने खेत जा रहा था जैसे ही वह गांव में रहने वाले प्रदीप के ट्यूबवेल के पास लगी बिजली पोल के समीप से गुजरा वैसे ही जमीन गीली होने के कारण बिजली पोल के सपोर्ट वायर की करंट की चपेट में आकर गोरेलाल चिपक गया पीछे चल रहे बड़े बेटे अतुल ने पिता को करंट से चिपका देखा तो पकड़ कर खींचने का प्रयास किया पिता को पकड़ते ही अतुल भी करंट की चपेट में आकर चिपक गया इसके बाद छोटे बेटे दीपू ने भी पिता और भाई को बचाने का प्रयास किया इसके चलते वह भी करंट की चपेट में आ गया पिता और दोनों बेटों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई कुछ देर के बाद ग्रामीणों ने देखा तो मौके पर पहुंचे और लाठी-डंडे की सहायता से तीनों को करंट से अलग किया आनन फानन पिता और पुत्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां पर चिकित्सक ने देखने के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया मौत की खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया खबर पाकर उपजिलाधिकारी बबेरू रविंद्र सिंह राकेश सिंह और कोतवाली प्रभारी मैं फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए एसडीएम का कहना है कि कृषक कल्याण योजना के तहत मृतकों के परिजनों को 500000 का मुआवजा दिया जाएगा!