रोडवेज कार्यशालाओं का निजीकरण और दग्गामार खिलाफ अवध डिपो में जोरदार धरना प्रदर्शन
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के सभी पदाधिकारी मौके पर रहे मौजूद
तबरेज़ आलम(अमर स्तंभ)लखनऊ
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के यूनियन पदाधिकारी ने अवध डिपो में रोडवेज कार्यशालाओं को प्राइवेट ठेकेदारों को सौंपने के जारी आदेश की जमकर निंदा की है। 5 नवंबर 2024 को परिवहन निगम मुख्यालय द्वारा जारी आदेश की निंदा करते हुए लखनऊ क्षेत्र के अवध डिपो में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के समस्त पदाधिकारीयों ने प्रबंध निदेशक को संबोधित करते हुए सत्यनारायण चौधरी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अवध डिपो को ज्ञापन सौंपा। जिसमें यूनियन के पदाधिकारी ने परिवहन निगम के हित की बात की। इतना ही नहीं मीसम ज़ैदी शाखा अध्यक्ष सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ ने निगम के द्वारा की जा रही लापरवाहियों की पोल खोली और कहा कि लखनऊ की कुछ खास जगहों से सरकारी अफसरों की देख रेख में डग्गामार वाहनों का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश भर में चल रहे लगातार डग्गामार वाहनों को बंद कराने तथा सड़क हादसों को ध्यान में रखते हुए उन पर अंकुश लगाने की मांग की है।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी ने अपने ज्ञापन पत्र में औद्योगिक वातावरण शान्तिपूर्ण व समृद्ध बनाये रखने में कर्मचारी पक्ष की ओर से सदैव भरपूर सहयोग दिया गया है एवम् अनवरत दिया जाता रहेगा। जिससे निगम व कर्मचारी की स्थित सुदृढ़ हो सके। अवध डिपो रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा को निगम मुख्यालय के पत्र संख्या 2892 एमटी / 2024 दिनांक 05 नवम्बर 2024 के माध्यम से संज्ञान में आया है कि अवध डिपो कार्यशाला को ठेकेदारों के सुपुर्द कर व अन्य 18 डिपोज के कार्यशाला को प्राइवेटेजशन किया जा रहा जोकि मोर्चा इस नीति की घोर निन्दा करता है व
निजीकरण प्रथा का पूर जोर विरोध करता है। महोदय जैसा कि आप विदित ही है कि निगम के पास योग्य अनुभवी फोरमैन व आईटीआई प्रशिक्षित टेक्नीशियन व मैकेनिक पूर्व से ही निगम सेवा में अपना पूर्ण योगदान सकुशल देते आ रहे है व उनकी कार्य दक्षता व संचालन व्यवस्था भी शतप्रतिशत संतोषजनक है उसके बावजूद भी निगम प्रबन्धन द्वारा कार्यशाला को निजीकरण किया जाना आश्चर्यचकित विषय है।
निगम प्रबन्धन द्वारा कार्यशाला को निजीकरण किये जाने के नीति से ऐसा प्रतीत होता है कि आईटीआई प्रशिक्षित कुशल योग्य युवाओं की शिक्षा को अनदेखी किया जा रहा है व निगम में विगत कई वर्षों से कार्यरत अनुभवी कुशल कर्मचारियों की कार्यदक्षता को अनदेखी कर उनके भविष्य को गर्त में डाला जा रहा है। जिसे संयुक्त मोर्चा कर्मचारी हित व निगम हित में ऐसी निगम प्रबन्धन की गलत नीतियों का किसी भी दशा में अनदेखी नहीं कर सकता है। संयुक्त मोर्चा के विचारों को कर्मचारी हित एवम् निगम हित में निजीकरण प्रक्रिया पर पुनः समस्त संगठन के उच्च पदाधिकारियों से व डिपो स्तर से मोर्चा में समिल्लित समस्त संगठनों के पदाधिकारियों से संयुक्त द्विपक्षीय वार्ता कर निगम हित व कर्मचारी हित में निर्णय लिया जाये। जिससे निगम में कार्यस्त कर्मचारियों के रोष आक्रोश समाप्त करते हुये संगठन व प्रबन्धन एक साथ मिलकर पूरी निष्ठा एवम् लगन से यात्री/जनता की सेवा करते हुये निगम को अधिक से अधिक पारदर्शी प्रतिफलो की ओर बढ़ाने में अनवरत सहयोग करते रहे। धरना प्रदर्शन में शाखा अध्यक्ष / मंत्री हबीबुर्रहमान / कान्तेश शर्मा,शाखा अध्यक्ष मंत्री दानिश उमर / पुष्पेंद्र सिंह,शाखा अध्यक्ष/मंत्री मीशम जैदी / आरिफ हुसैन सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप कर्मचारी संघ,शाखा अध्यक्ष,श्याम तिवारी / महेश कुमार,श्रमिक समाज कल्याण संघ,रामपाल / शिवकुमार सिंह संविदा चालक/परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन के पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे।