हैप्पी बर्थडे मेरी गुड़िया रानी
सुनो मेरी बिटिया अब बड़ी हो रही है
ये देख दिल को बहुत खुशी हो रही है
कल चली जायेगी घर वो पिया संग उसके
ये सोच सोच आंखें नम मेरी हो रही हैं
सुंदर सी काया चाल हिरणी सी हो रही है
चेहरे पर चमक उसके अब दोगुनी हो रही है
पता ही नहीं चला इतने साल कैसे बीत गए
वक्त को बढ़ने की इतनी जल्दी जाने क्यों हो रही है
जन्मदिन पर उसके महकी हर फिज़ा हो रही है
उसके संग रहने की अवधि धीरे धीरे कम हो रही है
पढ़ लिख कर आगे बढ़ने की चाह उसकी
दिन ब दिन ज्यादा बलवती हो रही है
बीज अपनेपन के जो सबके दिलों में बो रही है
सुख समृद्धि वैभव के कामना हृदय से हो रही है
विद्या बुद्धि बल स्वास्थ्य के उसकी मांगती रब से दुआ
हर पल हर दिन बिटिया मेरी बहुत सयानी हो रही है
पिंकी सिंघल
अध्यापिका
शालीमार बाग दिल्ली