राजेश सोनी
तख़तपुर (अमर स्तम्भ) पुलिस के प्रति लोगों की यह धारणा बन चुकी है कि वह घटना हो जाने के बाद ही पहुंचेगी। चाहे सूचना कितनी जल्दी क्यों न मिल जाए, लेकिन तख़तपुर थाना प्रभारी व थाने में पदस्त आरक्षक ने तत्परता की एक मिशाल पेश की है, उसने न सिर्फ आत्मघाती कदम उठा रहे युवक की जान बचाई, बल्कि उसे इलाज के लिए अस्पताल भी भिजवाया। जहाँ उपस्थित डॉक्टरों ने जांच उपरांत,युवक को खतरे से बाहर बताया।
थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे गजेंद्र यादव ने फोन कर सूचना दी कि चुलघट रोड स्थित मकान में एक युवक दिनेश यादव गले में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास कर रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर तैनात स्टाफ तत्काल वहाँ पहुंचे।
मकान के बाहर भीड़ लगी थी और परिजन चिल्ला रहे थे। थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज के आदेश पर आरक्षक सत्यार्थ शर्मा ने तुरंत दरवाजा को तोड़ा और अंदर गए। वहां उसने देखा एक युवक पंखे पर रस्सी का फंदा बना कर झूल रहा है। आरक्षक ने तुरंत उसके पैर पकड़े और फिर नीचे सुरक्षित उतारा गया,इस दौरान उसकी सांसे चल रही थी। तत्काल पुलिस स्टाफ द्वारा 112 वाहन की सहायता से दिनेश यादव को सीएचसी तख़तपुर में इलाज हेतु ले जाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने जांच उपरांत खतरे से बाहर होना बताया।
युवक दिनेश यादव पिता सुखीलाल यादव पारिवारिक कारण से बहुत तनाव व परेशान रहते थे। आज उनकी पत्नी और बच्चे घर से बाहर गए हुए थे। मौके को देखते हुए, युवक दिनेश यादव द्वारा देह लीला समाप्त करने के उद्देश्य से आत्मघाती कदम उठाया गया। जिसे आरक्षक सत्यार्थ शर्मा की सक्रियता से घटना को विफल कर युवक को जीवनदान दिया गया। आज थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज,आरक्षक सत्यार्थ शर्मा व चालक यादवेंद्र साहू की त्वरित सक्रियता से एक युवक की जान बच गया।