मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा, महिला ने मांगी महिला कलेक्टर से सपरिवार आत्महत्या करने की अनुमति….
चंद्रिका कुशवाहा
सूरजपुर ब्यूरो (अमर स्तम्भ)
जिला के प्रतापपुर तहसील अंतर्गत ग्राम अमनदोन निवासी एक मजबूर महिला दबंगों के आतंक के सामने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बावजूद प्रशासन से कोई सहयोग न मिलने के कारण कलेक्टर सूरजपुर से सपरिवार आत्मदाह की अनुमति मांगने पर मजबूर हो गई है ।
यह भी एक बहुत बड़ी विडंबना है कि आखिर क्यों ? जिले की कलेक्टर प्रतापपुर की एसडीएम एवं थाना प्रभारी तीनों महिला अधिकारी होने के बावजूद क्षेत्र में एक असहाय महिला को सपरिवार आत्महत्या के लिए अनुमति मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा ? “”
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम अमनदोन निवासी रेहाना खातुन पति अनवर स्वत्य एवं आधिपत्य की भूमि ग्राम मानी, तहसील प्रतापपुर, जिला- सूरजपुर छ०ग०में स्थित है, जिसका खसरा नम्बर-576/3 रखबा 0.39 हेक्टेयर स्थित भूमि को आवेदिका के द्वारा माया त्रिपाठी पति शेषमणी त्रिपाठी के द्वारा कय किया था, जिसे जगदीश आD रामदास उम्र लगभग 55 वर्ष, संतोष आ० साधू उम्र लगभग 35 वर्ष, संजय आ० सामू उम्र लगभग 40वर्ष,एवं धनपतिया पिता रामदास उम्र लगभग 52 वर्ष,सभी जाति अहीर सभी निवासी ग्राम मानी, तहसील प्रतापपुर, जिला सूरजपुर छ०ग० के द्वारा अनाधिकृत रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, तथा आवेदिका के द्वारा पूर्व में सीमांकन भी कराया गया था, इसके बावजूद भी अनावेदकगणों के द्वारा जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। तहसील से कलेक्टर तक न्याय और सभ्यता की गुहार लगाने के बावजूद उसे कहीं न्याय नहीं मिला उक्त महिला माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छ०म० शासन को भी प्रतापपुर भेट मुलाकात कार्यक्रम में लिखीत में आवेदन दिया गया था, तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आश्वासन दिया गया था, कि 15 दिवस के भीतर तुम्हारे आवेदन का निराकरण कर दिया जायेगा, परन्तु आज दिनांक तक कोई भी राजस्व अधिकारी के द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है।
न्याय के लिए भटक रही महिला के सामने सहायता के सभी दरवाजे बंद हो जाने के बाद अब उसने कलेक्टर महोदय आप सूरजपुर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर शासन द्वारा उक्त भूमि से अनावेदकगणों को कब्जा करने से बेदखल नहीं कर पाने पर सपरिवार मिट्टी तेल छिडकर आत्मदाह करने की अनुमती की मांग की है।