जन शिक्षण संस्थान कोरबा में कौशल दीक्षांत समारोह आयोजित
भागवत दीवान
कोरबा। जो लोग अपने आप को हुनरमंद बनाने के लिए आगे बढ़ते हैं, उनको कोई रोक नहीं सकता। सोचने वाले सोचते रह जाते हैं और मेहनत करने वाले आगे निकल जाते हैं। आप ऊंचे सपने देखें और परिस्थितियों से जूझते हुए पूरी इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें तो सफलता मिलना तय है।
उक्ताशय के उद्गार पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने व्यक्त किए। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान के द्वारा शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि जीवन में सीखने के लिए हर समय ललायित रहना चाहिए। शिक्षा में बड़ी ताकत होती है। डॉ. अंबेडकर ने कहा है कि जो शिक्षा रूपी शेरनी का दूध पियेगा वही आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा कष्ट, चुनौतियां व परेशानी हमें ही है, ऐसा लगना महत्वपूर्ण नहीं बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने आप को आगे बढऩे के लिए किस तरह तैयार करते हैं, आप में कितनी इच्छाशक्ति है। संसाधनों के अभाव से जूझकर भी हजारों लोग आगे बढ़े हैं। भारत की पहली दिव्यांग महिला पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा का उदाहरण देते हुए एसपी श्री सिंह ने कहा कि हमें परिस्थितियों को दोष देने की बजाय स्वयं से प्रोत्साहित होकर मेहनत करना चाहिए। श्री सिंह ने जेएसएस के प्रशिक्षार्थियों को कौशल की डिग्री मिलने की शुभकामनाएं देते हुए जेएसएस के डायरेक्टर और पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि स्कील्ड का रास्ता दिखाने से बड़ी दूसरी कोई समाज सेवा नहीं हो सकती। यहां से निकलकर प्रशिक्षार्थी अपने हूनर का भरपूर लाभ उठाएं।