गंदा है पर धंधा है
कानपुर नगर (अमर स्तम्भ)।
कानपुर नगर के मझावन बाजार में अवैध क्लीनिक का लगा अंबार। एक तरफ जहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवैध हॉस्पिटल और क्लिनिको को लेकर सख्त है। वही मझावन बाजार रामलीला मैदान मे रावण की मूर्ति ठीक सामने कुशवाहा क्लिनिक जहां पर झोलाछाप कुलदीप कुशवाहा मरीज को बाहर बैठा कर फरार हो गया। वह कुछ दूर आगे जाने पर जब संवाददाता ने मझावन चौकी के पास पार्क बाजार के सामने पी.के वर्मा की क्लीनिक पर पहुंचे तो देखा कि मरीज के हाथों में गुलुकोज चढ़ाकर मौके पर झोलाछाप डॉक्टर मिडिया को देख फरार हो गया। वही साढ़ थाने के निकट पेट्रोल पंप के ठीक सामने नंद राज डे केयर सेंटर के नाम से अस्पताल पूरी तरह से अवैध है। जो की क्षेत्रीय लोगों ने बताया और बताया की हॉस्पिटल रोज खुलता है। आज साढ़ क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना हो गई। प्रशासन लगातार राउंड पर है। मुख्यमंत्री भी कानपुर शहर में है। अस्पताल संचालक हॉस्पिटल को बंद कर दीया है। क्यू की अस्पताल के नाम न ही कोई फायर का रजिस्ट्रेशन ना ही स्वास्थ विभाग से कोई रजिस्ट्रेशन है। अस्पताल कानपुर नगर के किसी संचालक का बताया जा रहा है। उसके दो-तीन अवैध अस्पताल सीएमओ साहब सील भी कर चुके हैं। अब देखना है कि खबर पढ़ने के बाद अवैध अस्पताल की ख़बर पढ़ने के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करते हैं। या फिर मौत का कारखाना इसी तरह से चलता रहेगा। या फिर स्वास्थ्य विभाग अपने आप को जगाने के लिए किसी की मृत्यु का इंतजार कर रहा।
गंदा है पर धंधा है