लैलूँगा भारतीय स्टेट बैंक ने किया जागरूकता अभियान…
चंद्र शेखर जायसवाल सहयोगी ममता साहू
लैलूँगा (अमर स्तम्भ)
लैलूँगा भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर ने भारतीय स्टेट बैंक ने जागरूकता अभियान का सुरूवात किया । जिसमे लैलूंगा एसबीआई के खाता धारक उपस्थित थे। जिसमें मुख्य रूप से मैनेजर के द्वारा जानकारी दिया गया कि ऑनलाइन जो फ्राड हो रहा है उसे कैसे बचें। उन्हों ने कहा कि कभी भी अपने खाता का विवरण जैसे खाता संख्या, लॉगिन आईडी, पासवर्ड, पिन यूपी आई-पिन ,ओटीपी, एटीएम/डेविड कार्ड/क्रेडिट कार्ड विवरण किसी के साथ साझा न करे। यहाँ तक कि बैंक अधिकारियों के साथ भी नही करे। चाहे वह वास्तविक कियो न हो। केवाईसी (KYC) को अपडेट को न करने की अवस्था मे आपके खाते को ब्लाक करने की धमकी देने वाला कोई भी फ़ोन कॉल/ईमेल और उसे अपडेट करने के लिए लिंक पर क्लीक करने का सुझाव जालसाजों का एक सामान्य तरीका है। केवाईसी (KYC) अपडेट /त्वरित होने के प्रस्ताव का जबाब न दे। हमेशा अपने बैंक/ एन बी एफसी/ई-वैलेट प्रोवाइडर की ऑफिशियल बेवसाइट पर जाये या ब्रान्च से संपर्क करे। अपने फोन /डिवाईस पर कोई भी अनजान ऐप डाउनलोड ना करें ऐसे ऐप आपके बैंकिंग संबंधी गोपनीय डाटा जानकारी को साझा ना करें पैसे की प्राप्ति से जुड़े लेनदेन के लिए बारकोड क्यूआर कोड स्कैन करने या एमपी दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए अगर ऐसा करने की लिए कहा जाए तो आवश्यक सावधानी बरतें संपर्क विवरण के लिए हमेशा बैंक एनबीएफसी ई वॉलेट प्रदाता की अधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएं इंटरनेट सर्च इंजन पर उपलब्ध संपर्क सूत्र धोखे बाजो के हो सकते हैं ईमेल एसएमएस में प्राप्त यूआरएल और डोमेन नामों की भलीभांति जांच करें ऑनलाइन बैंकिंग के लिए केवल सत्यापित सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइटों ऐप का उपयोग करें अर्थात “https” से शुरू होने वाली वेबसाइटें संदेह होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस साइबर क्राइम ब्रांच को सूचित करें यदि आपको अपने द्वारा निष्पादित नहीं किए गए लेनदेन के लिए अपने खाता को डेबिट करने के लिए एक ओटीपी प्राप्त होता है तो तुरंत अपने बैंक ई वॉलेट प्रदाता को सूचित करें अगर आपको ट्रांजैक्शन नहीं होने पर डेबिट SMS मिलता है तो तुरंत अपने बैंक यह वायलेट प्रोवाइडर को सूचित करें और यूपीआई समेत डेबिट के सभी मोड को ब्लॉक कर दे यदि आपको अपने खाते में किसी भी धोखाधड़ी गतिविधि का संदेह है तो इंटरनेट मोबाइल बैंकिंग के लिए सक्षम लाभार्थी सूची में किसी भी अतिरिक्त लाभार्थी की जांच करें बैंक कभी भी किसी भी कस्टमर से अपना ओटीपी नहीं पूछता।