इमरान खान संवाददाता
इटावा/सैफई (दैनिक अमर स्तंभ)
इटावा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई मैनपुरी लोकसभा सीट की विरासत को बचाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं।
मैनपुरी सीट पर उपचुनाव में चाचा शिवपाल सिंह यादव से दूरियों को लेकर उठ रही अटकलों पर गुरुवार की सुबह उस समय विराम लग गया जब अखिलेश और सपा प्रत्याशी डिंपल यादव उनसे मिलने घर पहुंच गए। शिवपाल के आवास पर बंद कमरे में अखिलेश और डिंपल समेत परिवार के प्रमुख सदस्यों की मौजूदगी में करीब 45 मिनट तक गहन मंत्रण चली। कमरे से सभी ने अपने पीएसओ तक को बाहर कर दिया है।
एक दिन पहले बुधवार को जसवंतनगर में आयोजित प्रसपा के सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी संसदीय सीट पर बहू डिंपल यादव की जीत सुनिश्चत कराकर नेताजी मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि देने का संदेश कार्यकर्ताओं को दिया था। दूसरे दिन गुरुवार की सुबह अखिलेश यादव चाचा शिवपाल से मिलने उनके आवास पर प्रत्याशी पत्नी डिंपल यादव के साथ पहुंचे। इससे अखिलेश और शिवपाल के बीच दूरियों को लेकर जारी राजनीतक अटकलों पर भी विराम लग गया।
अखिलेश के साथ पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव भी हैं सैफई स्थित आवास के बाहर बड़ी संख्या में पत्रकार भी मौजूद हैं लेकिन किसी को भी अंदर नहीं बुलाया गया है। आवास में कमरे के अंदर अखिलेश, डिंपल और शिवपाल के अलावा परिवार के प्रमुख सदस्य भी मौजूद हैं। सभी प्रमुख लोगों ने अपने निजी सुरक्षा जवानों और पीएसओ को भी कक्ष से बाहर कर दिया है। इससे माना जा रहा कि बंद कमरे में मैनपुरी चुनाव में जीत को लेकर गहन मंत्रणा चली। करीब 45 मिनट तक गहन बातचीत के बाद कमरे से बाहर आए अखिलेश और डिंपल अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए।
यह तब है जब भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को मैनपुरी सीट से प्रत्याशी बनाया है। रघुराज भी कभी समाजवादी पार्टी में अहम भूमिका में थे और इटावा सीट से सपा की टिकट पर दो बार सांसद भी रह चुके हैं। नेताजी मुलायम सिंह यादव ही रघुराज को नौकरी छुड़वाकर राजनीति में लाए थे और बेहद खास मानते थे।
डिंपल घर की बड़ी बहू, उनकी जीत नेताजी को श्रद्धांजलि होगी
मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सपा से डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद चुप्पी साधे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी प्रचार शुरू कर चुके हैं। बुधवार को शिवपाल ने सैफई के एसएस मेमोरियल स्कूल में जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के बूथ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में शिवपाल ने कहा था कि डिंपल को जिताकर नेताजी को असली श्रद्धांजलि दें। उन्होंने बैठक में यह भी कहा है कि वह उनकी बड़ी बहू हैं। उधर पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव व प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव एक दो दिन में प्रचार शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि परिवार के सभी लोग एक साथ हैं। भाजपा के लोग फर्जी अफवाह फैला रहे हैं इसमें कोई दम नहीं है।
तो परिवार से बात करने के बाद माने शिवपाल
डिंपल को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद चुप्पी साधे शिवपाल उनके नामांकन में भी नहीं पहुंचे थे तो सवाल उठने शुरू हो गए थे। हालांकि इस बीच सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश जरूर की थी कि शिवपाल से पूछकर ही डिंपल को प्रत्याशी बनाया गया है। मंगलवार को सैफई पहुंचे शिवपाल ने भाई अभयराम से अकेले में करीब एक घंटे बातचीत की थी। परिवार में बात करने के बाद ही उन्होंने डिंपल के समर्थन में चुनाव प्रचार किया तो अखिलेश से दूरियों को लेकर सभी अटकलों पर विराम लग गया था।