मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़ । (दैनिक अमर स्तंभ)जिला अस्पताल में बने मेटरनिटी विंग में महिला मरीजों की सुविधा के लिए दो लिफ्ट लगाया जाना प्रस्तावित था । यहां पर भवन बनने के बाद मरीजों का इलाज तो शुरू हो गया था लेकिन लिफ्ट नहीं लग पाई थीं । बाद में 20 लाख रुपए खर्च करके प्रसूता महिलाओं की सुविधा के लिए एक लिफ्ट लगाई गई । लेकिन यह लिफ्ट 10 दिन भी नहीं चल पाई । ऐसे में परिजन को प्रसूता महिलाओं को स्ट्रेचर पर लिटाकर रैंप से ऊपर वार्ड में ले जाना पड़ रहा है । ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या ऑपरेशन वाली महिलाओं को होती है । दरअसल अस्पताल परिसर में बने मेटरनिटी विंग का दो साल पहले संचालन शुरू हो गया था । तीन मंजिला बने मेटरनिटी विंग में पीआईसीयू वार्ड , आईसीयू वार्ड में चढ़ने – उतरे में महिलाओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े । इसके लिए एक लिफ्ट अक्टूबर माह में शुरू हुई थी । लिफ्ट शुरू होते ही पहली ही बार में क्षमता से अधिक वजन के साथ लिफ्ट को चला दिया गया । जिससे वह तीसरी मंजिल तक भी नहीं पहुंच पाई और खराब हो गई , जो अब तक बंद पड़ी है । वहीं यह लिफ्ट छोटी भी है , जिससे मरीज को स्ट्रेचर सहित लिफ्ट में नहीं ले जाया जा सकता । जिससे अगर मरीज चलने की स्थिति में नहीं है तो उसे स्ट्रेचर पर लेटाकर रैंप से ऊपर ले जाना पड़ रहा है । वहीं दूसरी लिफ्ट का काम मेटरनिटी विंग चल रहा है , इसमें स्ट्रेचर सहित मरीज को ऊपरी मंजिल पर शिफ्ट किया जा सकेगा , लेकिन वह अब तक कंपलीट नहीं हो पाई है।
*पीडब्ल्यूडी को लिखा पत्र फिर भी नहीं सुधरी*
जिला अस्पताल में पीडब्ल्यूडी ने ठेका देकर लिफ्ट को लगवाया था लेकिन यह लिफ्ट 10 दिन भी नहीं चल सकी । लिफ्ट बंद होने से अब स्वास्थ्य विभाग ने पीडब्ल्यूडी को मरम्मत कार्य के लिए पत्र लिखा है । लिफ्ट सुधार कार्य का मुद्दा टीएल की बैठक में भी उठा था , बावजूद इसके विभाग ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया । अब इंजीनियर के आने का इंतजार करने का बहना विभाग बना रहा है ।
*लिफ्ट के लिए कर्मचारी तैनात नहीं किया*
लिफ्ट को पीडब्ल्यूडी ने शुरू तो करवा दिया लेकिन कर्मचारियों की तैनाती नहीं होने से पहली ही बार में ओवरलोडिंग के चलते लिफ्ट बंद हो गई । सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग और पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से गुणवत्ताहीन काम किया गया । जिससे अब अफसर बचते नजर आ रहे हैं । पीडब्ल्यूडी रमेश विश्वकर्मा ने बताया कि लिफ्ट खराब हुई तो उसकी मरम्मत करवा देंगे । वहीं मरीजों के स्ट्रेचर को ले जाने के लिए दूसरी लिफ्ट लगवाई जा रही है ।
*सुधार के लिए बोला है , जल्द ही दूसरी लिफ्ट भी लगाई जाएगी*
लिफ्ट बंद होने के तत्काल बाद इंजीनियर को बोल था । जल्दी ही लिफ्ट की मरम्मत करवा दी जाएगी । वहीं स्ट्रेचर बन सके इतनी बड़ी लिफ्ट लगाए जाने के लिए निर्देशित किया है । जिससे मरीज मेटरनिटी विंग की दूसरी , तीसरी मंजिल पर मरीज आसानी से पहुंच सकें ।
डॉ . अमित शुक्ला
सिविल सर्जन
जिला अस्पताल