पप्पू यादव (ब्यूरो प्रमुख) यूपी
कानपुर (अमर स्तम्भ) / कंचन शुक्ला पत्नी स्वर्गीय अजय शुक्ला, 120 / 456 लाजपत नगर कानपुर के निवासी है ये मेरे पति का पैतृक घर है इस मकान के फर्जी कागज तैयार कराकर संतोष शुक्ला (सास), जया शुक्ला (नन्द), शशक दीक्षित नंद का पति व छोटी नन्द प्रिया शुक्ला ने भू माफियाओं के साथ मिलकर जालसाजी कर विक्रय कर दिया। दिल्ली कैंसर अस्पताल में मेरे पति स्वर्गीय अजय शुक्ला की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई उसके उपरांत जब मैं घर आई सभी लोग गायब थे और हेमप्रीत कौर पत्नी रविंद्र सिंह भाटिया आदि मेरे घर पर आए और कहने लगे कि यह मेरा घर है मैंने इसे खरीद लिया है तब मैंने थाने में प्रार्थना पत्र दिया परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई फिर मैंने न्यायालय में मुकदमा दाखिल किया परंतु इसके बावजूद भूमाफिया पुलिस से मिलीभगत करके आए दिन धमकाते रहते हैं व क्षेत्रीय थाना अध्यक्ष और पुलिस भी उनका सहयोग करती है मेरे ऊपर कई फर्जी धाराओं में केस दायर कर दिए गए हैं अक्सर रात को पुलिस व भूमाफिया घर में घुसकर धमकी देते हैं जिसकी मैंने समस्त उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई परंतु कोई राहत नहीं मिली।हाई कोर्ट की रूलिंग के अनुसार किसी भवन का मामला यदि न्यायालय में विचाराधीन हो तो उस पर 145 की कार्रवाई पोषणीय नहीं होती है परंतु डीसीपी साहब ने इसकी अनदेखी करते हुए कुर्क करने का आदेश पारित कर दिया जिसका मैंने न्यायालय में रिवीजन दाखिल किया है। मुझे न्याय दिलाने की कृपा करें मेरे दो छोटे बच्चे हैं हम सब जालसाजी का शिकार होकर बेघर हो जाएंगे।इसी चेष्टा के साथ योगी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हम परिवार सहित धरना दे रहे हैं ताकि आप के माध्यम से हमें न्याय मिल सके।