विजय प्रताप शर्मा
वाराणसी दैनिक अमर स्तंभ। स्कूल की बसों के रोड पर खड़ा होने से राहगीरों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सब कुछ जानते हुए भी जिला प्रशासन बसों पर कोई कार्यवाही नहीं करता है जबकि उक्त मार्ग पर आम पब्लिक का वाहन अगर खड़ा होता है तो तुरंत चालान हो जाता है। इस एक तरफा कार्रवाई से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
शिवपुर थाना क्षेत्र के गिलट बाजार पुलिस चौकी के ठीक सामने सीबीएसई बोर्ड से संचालित प्राइवेट स्कूल संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल है। यह स्कूल काफी व्यस्त क्षेत्र में है। रोजाना हजारों वाहन वहां से गुजरते हैं। संत अतुलानंद स्कूल की दर्जनों बसें वहां खड़े होने से बराबर जाम लगा रहता है। स्कूली बसों के खड़े होने से वाराणसी–जौनपुर–लखनऊ मार्ग हमेशा अतिक्रमण की चपेट में रहता है। स्कूल प्रशासन और पुलिस की मिली भगत से स्कूल के वाहनों पर कार्रवाई नहीं होती है लेकिन जब आम पब्लिक के वाहन वहां खड़े होते हैं तो उनका चालान कर दिया जाता है। स्कूल का वाहन वहां खड़ा होने से हमेशा जाम लगा रहता है। उधर से गुजरने वाले आम पब्लिक के वाहन जाम की चपेट में दिन भर लगे रहते हैं। मरीजों को लेकर एंबुलेंस भी इस जाम में फंसी रहती है फिर भी पुलिस प्रशासन स्कूली वाहनों को नहीं हटवाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके वाहनों पर चालान हो जाता है लेकिन स्कूल के वाहन दिन भर जाम लगाए रहते हैं लेकिन उनकी गाड़ियों का चलन नहीं होता है। इस एक तरफा कार्रवाई में पुलिस की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। लोगों ने जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से मांग किया है कि स्कूल के वाहनों के खड़ा होने की कहीं और व्यवस्था बनाएं जिससे आम राहगीरों को आने जाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।