पेट की खातिर कमाने गया आशीष, घर अया मृतक शरीर।
रवेन्द्र जादौन दैनिक अमर स्तम्भ
एटा / जलेसर- भगवान ने मनुष्य का जीवन जीने के अनेकों तरीके प्रदान किये हैं।कुछ लोग घर रहकर जीवन जीने को मजबूर हैं। कुछ लोग घर से बाहर जाकर धन कमाने की लालसा में जीवन भर कड़ी मेहनत कर गुजर वसर कर पाते हैं। कमाने खाने का भी एक अलग तरह का जुनून होता ही। कम उम्र के लोग धन कमाने के लिए अन्य राज्यों में जाकर काम करने लगते हैं।लोगों को आते जाते देख आशीष पुत्र बन्टू सिंह (18 वर्ष)भी एक वर्ष पहले कमाने के लिए लुधियाना चले जाते हैं। कड़ी मेहनत कर अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश में लगे हुए थे। घर से मंगलवार को अपने निजी पैत्रिक गृह मुहब्बतपुरा से कमाने के लिए सहभागियों के साथ लुधियाना के लिए प्रस्थान किया। घर से दिल्ली तक का सफर हंसी खुशी तय किया गया। आजादपुर मंडी से रेलगाड़ी में चढ़ कर लुधियाना जा रहे थे।गाड़ी में भीड़ अधिक होने के कारण सीट नहीं मिल सकी तो खिड़की के पास ही खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी। नरेला स्टेशन से पहले भीड़ भाड़ के कारण अचानक आशीष को धक्का लगा और वह चलती रेलगाड़ी से नीचे गिर गया। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई और जख्मी आशीष को लाकर अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ चिकित्सक ने मृतक घोषित कर दिया। मृतक आशीष को शिनाख्त होने पर घरवालों को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही गांव में मृतक की खबर आग की तरह फैल गई ।आनन फानन में परिवार के अन्य सदस्य कार लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए। दस्तावेज पूर्ण कराने के बाद मृतक शरीर को परिजनों को सोंप दिया गया। जिसे पैत्रिक गृह मुहब्बतपुरा लाया गया। परिजनों में शोक की लहर व परिवार में कोहरा मच गया। मृतक आशीष को देखने वालों की अपार भीड़ लगी हुई है।शव का दास संस्कार कर दिया गया है।