अमर स्तंभ ब्यूरो रामकृष्ण अग्रवाल
अमौली/फतेहपुर। एक ओर राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके बच्चों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरह-तरह के प्रशिक्षण देकर प्रारंभिक शिक्षा को सुधारने का निरंतर प्रयास कर रही है। वही लापरवाह शिक्षकों की मनमानी के चलते सरकार की नीतियों को ठेंगा दिखाने का काम कर है। ऐसा ही एक मामला अमौली विकासखंड बीआरसी का सामने आया है जहां निपुण भारत अभियान के अंतर्गत चल रही चार दिवसीय बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान का प्रशिक्षण एलएलएफ की टीम के सहयोग से कुशल एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (ए.आर.पी) के द्वारा दिया जा रहा है जहां बीआरसी प्रशिक्षण कक्ष में समय के पहले ही करीब शाम साढ़े तीन बजे शिक्षक नदारद मिले और ब्लॉक बीआरसी में ताला लटकता मिला। बता दे कि इस प्रशिक्षण के दौरान एक बच्चे के बुनियादी पाठ पढ़ने और आधारभूत गणित के सवालों को हल करने की उसकी क्षमता के रूप में संकल्पित किया गया है। इस बाबत कार्यवाहक एबीएसए प्रवीण शुक्ला ने बताया कि शिक्षकों का यह प्रशिक्षण का समय सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक का है। समय से पहले ताला बंद होने की सूचना मिली है जिसकी जांच करके आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।