भितरवार गांव में लोगों के स्वास्थ्य से भीतरघात
CMHO की सक्रियता के अभाव में तेजी से फैल रहा झोलाछाप डॉक्टरों का व्यापार
ब्यूरो रिपोर्ट –
टीकमगढ़।देश एवं प्रदेश सरकार द्वारा जनता के लिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ टीकमगढ़ जिले में भीतरघात किया जा रहा जिला एक उदाहरण भितरवार गांव में देखा जा सकता है। गांव में इस वक्त झोलाछाप डॉक्टरों का राज चल रहा, इन झोलाछाप की दुकानें बेखौफ चल रही जिसपर प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है, लोगों का कहना है की इनकी प्रशासनिक तंत्र अच्छी पकड़ होने के कारण इन पर कोई कार्यवाही नहीं करता है। लोगों का कहना है कि CMHO के सक्रियता का अभाव होने से झोलाछाप डॉक्टरों के घोंसले बुलंद हैं।
टीकमगढ़ जिले के भितरवार गांव के बीच इलाके में एक झोलाछाप डॉक्टर की दुकान संचालित है और बिना किसी वैध डिग्री के ऐलोपेथिक दवाई द्वारा इलाज किया जा रहा है। जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के बुलंद हौसलों का एक कारण है सीएमएचओ और स्वास्थ्य विभाग के सक्रियता में अभाव, झोलाछाप पर कार्यवाही को लेकर प्रदेश के मुख्य द्वारा पहले ही कार्यवाही करने को लेकर आदेश दिए जा चुके हैं लेकिन टीकमगढ़ जिले सीएमएचओ द्वारा द्वारा केवल खाना पूर्ति मात्र की गई है। जहां जिले में तकरीबन पांच सौ से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं वहीं केवल चंद झोलाछाप पर कार्यवाही की गई है जिनकी संख्या दो अंकों में भी नहीं पहुंच पाई होगी। झोलाछाप डॉक्टरों के संबंध में सीएमएचओ का जब भी बात करना चाहिए तो वह हमेशा ही कैमरे के सामने आने से बचते रहे।