अखिलेश जायसवाल संभागीय ब्यूरो
महंगई/सरगुजा (अमर स्तम्भ)। पिछले 2 वर्षों से चल रहे कोरोना काल के बाद कोविड-19 का व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लखनपुर के जामा मस्जिद में बड़े ही हर्सो उल्लास के साथ मनाया गया। शब-ए- बरात का पर्व के अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा मस्जिदों में जाकर इबादत की गई तथा घरों में सिरनी फातिहा करा कर सभी लोग आपस में शीरनी बांटकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी तथा मस्जिदों में रात भर जागकर इबादत की हिजरी कैलेंडर के मुताबिक शब ए बारात इबादत की रात होती है।
यह प्रत्येक वर्ष साबान महीने की 14 तारीख को सूर्यास्त के बाद शुरू होती है इस मौके पर जहां लोग अल्लाह से अपनी बेहतरी के लिए दुआ करते हैं और गुनाहों की माफी मांग कर इबादत में रात बिताते हैं। वही इस रात को लोग अपने पूर्वजों की कब्रों पर जाते हैं जहां रोशनी की जाती है ।
जिसमें लखनपुर कमेटी के सदर हाजी कयामुद्दीन अंसारी सचिव मो. समीम बल्लू नायब सदर साबिर खान हाफिज शाकिर, सह अध्यक्ष शमीम उद्दीन खान सह सचिव नईम उल हक कमेटी के संरक्षक शराफत अली हाजी इसहाक हाजी अशरफ हाजी अकबर अली तैयब नूर सोहराब खान हाजी इमदाद जसीम सेख नसरत अली एवं सभी समस्त सदस्यों के द्वारा सभी लोगों को समझाइश दी गई कि शांति पूर्वक त्यौहार मनाए तथा कोविड-19 का पालन करते हुए मस्जिदों में आए और इबादत करें मस्जिद के इमाम के द्वारा मिलाद शरीफ में तकरीर किया गया ।व रात भर जागकर अपने अपने तरीके से इबादत की गई।