*”दिव्यालय” पटल पर जूम के माध्यम से हुआ पाक्षिक मूल्यांकन*
अनवरत परिश्रम का पर्याय बनता जा रहा है दिव्यालय परिवार । दिनांक 24 अप्रेल दोपहर 3 :00 बजे जूम पर हुआ दिव्यालय एक साहित्यिक यात्रा का रसों पर दूसरा पाक्षिक मूल्यांकन । जिसकी तैयारी पटल संस्थापिका व्यंजना आनन्द ‘मिथ्या ‘जी के निर्देशानुसार पटल पर पटल निर्देशकों के द्वारा करवाया गया । जिसमें व्यंजना आनंद ‘ मिथ्या ‘ जी, राजकुमार छापड़िया जी , डाॅ. रश्मि स्थापक जी , नरेन्द्र वैष्णव ‘सक्ती’ जी , गजेन्द्र हरिहारनो ‘दीप’ जी , राजश्री शर्मा जी और मंजिरी ‘निधि’ जी ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया । सभी निर्देशकों ने अपने विभिन्न विधाओं के विषय पर रस पर विशेष प्रकाश डाला , जिसका परिणाम कल की पाक्षिक मूल्यांकन में स्पष्ट दिखाई दिया साथ ही मूल्यांकन में त्वरित सृजन कर जूम पर अपनी योग्यता का उदाहरण भी दिया । जिसमें कई साहित्य साधक हिस्सा लिए । सबके जवाब सराहनीय थे । उस मूल्यांकन में विजेताओं के नाम इस प्रकार है ।
स्नेहलता पाण्डेय जी , नई दिल्ली – प्रथम
सुचिता नेगी जी , संगमनेर – द्वितीय
रश्मि मोयदे जी , उज्जैन – तृतीय
मनीषा अग्रवाल जी , इन्दौर – तृतीय
आप सभी को दिव्यालय परिवार की तरफ से हार्दिक बधाई।
रिपोर्ट – व्यंजना आनंद ‘ मिथ्या ‘