संजय सिंह भदौरिया
सुकमा (अमर स्तम्भ) – छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है इस पर सरकार को घेरते हुए भाजयूमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका शोरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार मजदूर दिवस के अवसर पर बोरे बासी खाकर और अपने अधिकारियों को खिलाकर वाहवाही लूट रही है और छत्तीसगढ़ में एक मजबूर मजदूर मां अपनी अजन्मी बच्ची को कोख में ही बेच रही है ये कैसी संवेदनशीलता है छत्तीसगढ़ सरकार की हमारे छत्तीसगढ़ महतारी के प्रदेश में एक मजबूर महतारी का एक ऐसा मामला सामने आया है जो आज तक आपने वास्तविक दुनियां नहीं देखा होगा रायगढ़ शहर में घटी इस शर्मशार घटना से पूरी मानव जाति का सर शर्म से झुक जाना चाहिए यहाँ पर गरीबी की मार झेल रही एक मजबूर मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को इस दुनियां में आंख खोलने से पहले कोख में ही बच्ची को 80 हजार रुपए में बेच दिया छत्तीसगढ़ में भुखमरी,अज्ञानता और गरीबी इस कदर हावी है कि दूसरों के घरों में जूठा मांजकर अपने 3 मासूम बच्चों की मां अपने बच्चों की परवरिश के हेतु अपनी अजन्मी चौथी बेटी जब गर्भ में पल रही थी उस का सौदा कर लिया। जब बेटी पैदा हुई तो इस विकासशील छतीसगढ़ की बेबस,मजबूर मां ने जबलपुर की मीता नामक महिला दलाल के हाथों 80 हजार में इस उम्मीद से बेच दिया की जहां भी उसकी बच्ची रहेगी उसका पालन पोषण उचित प्रकार से होगा। अब पुलिस से अपनी बेटी की वापसी की फरियाद कर रही है।
सरकार बच्चों के पालन पोषण की ले जिम्मेदारी
दीपिका ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार इस गरीब मजबूर असहाय माँ का सहारा बनकर इनके बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी लेना चाहिए व आर्थिक सहायता देकर अपने संवेदनशीलता का परिचय देना चाहिए