नही मिला अब तक मुआवजा खामोश क्यों हैं मुखिया जी?
रायपुर(अमर स्तम्भ)। ये दुनिया भी कमाल की है।क्या-क्या रंग दिखाती है।उजालों के जो ठेकेदार बने बैठे हैं।उनके घरों की रोशनी गायब हो जाती है।अध्यापक का बेटा अनपढ रह जाता है थानेदार का चोर उचक्का,जज की नाक के नीचे बाबू तारीख बदलने के पैसे लेता है। डॉक्टर अपने घरवालों का इलाज नहीं करता।जिनको हम बड़े बड़े महानायक समझते हैं वे नशेड़ी निकल जाते हैं।दुनिया भर से सवाल पूछने वाला मीडिया खुद सवालों के घेरे में है।कानून बनाने वाले सांसद विधायक निरक्षर हैं।धर्म की प्रतिमूर्ति समझे जाने वाले धर्म गुरु दुष्कर्म के आरोपों में जेल में बंद हैं। जेलर कैदियों को मोबाइल से लेकर सब कुछ उपलब्ध करवा देता है।भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे लोग ईमानदारी पर भाषण झाड़ते हैं।धर्मनिरपेक्षता के झंडाबरदार एक समुदाय विशेष का तुष्टिकरण करते हैं।सर्वजन समाज की बात करने वाले एक जाति विशेष का ही काम करते हैं।समाजवाद का राग अलापते अलापते करोडपति बन गये,नारीवादी कहलाने वाले “मी ठू” की चपेट में आ गये,बड़े बड़े शायर जेहादी मानसिकता के निकले,बड़े बड़े बुद्धिजीवी किसी के गुलाम निकले,सबका पेट भरने वाला किसान भूखा सो जाता है।घर घर दूध बेचने वाले दूधिये के बच्चे को दूध नहीं मिलता है।सबके पैरों में जूते पहनाने वाला मोची खुद नंगे पांव रहता है।सबको हंसाने वाला विदूषक खून के आंसू रोता है।मोटिवेशनल स्पीच देने वाला व्यक्ति एक दिन आत्महत्या कर लेता है।अफीम बोने वाला आदमी खुद अफीम नहीं लेता है किसी ने सच ही कहा है कि जहां पे सवेरा हो वहीं पे बसेरा है और ज्ञान का आलोक फैलाने वाले दीपक तले अंधेरा है।
दीपक तले अंधेरा जी हम सबने सुना और सुन रखा है, कि दीपक तले अंधेरा और वास्तविकता भी यही है,यथार्थपूर्ण कि दीपक जहाँ को तो रौशनी देता है,किन्तु उसके तले ही अंधेरा स्थापित रहता है।उपरोक्त लोकयुक्ति की पंगति छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पर सटीक बैठ रही हैं जैसा कि इनदिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज से प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर आमजनों से भेंट-मुलाकात करेंगे मुख्यमंत्री इस दौरान प्रदेश की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जमीनी स्तर पर अवलोकन करेंगे और मुख्यमंत्री श्री बघेल के भेंट मुलाकात दौरे को लेकर। प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रदेश के सरगुजा संभाग से शुरू हो रहा है।आपको बता दे कि वे दौरे में गांवों,तहसील कार्यालयों,पुलिस थानों,जनपद कार्यालयों,स्कूलों, आंगनवाड़ियों,स्वास्थ्य केंद्रों के कामकाज तथा सड़क,पानी, बिजली जैसी मूलभूत अधोसंरचनाओं की उपलब्धता का जायजा लेंगे साथ ही ग्रामीणों, प्रमुख व्यक्तियों एवं जनप्रतिनिधियों के प्रत्यक्ष भेंट एवं चर्चा कर उनसे फीडबैक, अभिमत एवं आवश्यक सुझाव लेंगे।लेकिन अपनी विधानसभा पाटन क्षेत्र में पीड़ित परिवारों की सुध नही लेंगे?
मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पाटन में गरीबों के घरों पर चला है बुलडोजर,खामोश क्यों हैं मुखिया जी ?
आत्मविश्वास किसी भी इंसान के लिए अच्छी बात है,लेकिन अतिआत्मविश्वास बेहद नुकसानदायक होता है।वैसे इन दिनों अतिआत्मविश्वास का शिकार छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया भूपेश बघेल भी हो चुके हैं।यह बात हम अपनी ओर से नहीं कह रहे है,बल्कि यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृहग्राम गब्दी से महज कुछ किलोमीटर दूर में स्थित ग्राम करेला के 33 परिवार कह रहे है।
दर्जनों परिवार हैं प्रभावित सुधि लेने वाला कोई नहीं
दरअसल ग्राम पंचायत करेला में वर्ष 2018 में सड़क निर्माण के तहत चौड़ीकरण का कार्य हुआ था, जिसमें ग्राम पंचायत करेला में निवासरत लगभग 50 मकान को सड़क चौड़ीकरण हेतू तोड़ दिया गया था। उक्त 50 परिवारों में से 12 परिवार के लोगों को शासन की ओर से मुआवजा राशि प्रदान किया गया है,जबकि 33 परिवार वाले लोगों को झूठा आश्वासन देकर इनके मकानों को तोड़ दिया गया है।ग्राम करेला में निवासरत 33 परिवार जिनका मकान सड़क चौड़ीकरण हेतू तोड़ दिया गया है,उनके रहने,गुजर-बसर करने हेतू छत नहीं है जिसके चलते इन परिवारों का जीवन बेहद तकलीफदेह में गुजर रही है, जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी ने हर परिवार के साथ न्याय की बात कहते हुए उनसे हाथ जोड़कर वोट मांगा था। चुनाव जीतने व सत्ता हासिल कर लेने के बाद उन्हें न्याय की जगह अन्याय से रूबरू होना पड़ रहा है।
अबतक नहीं मिला हैं मुआवजा…।
मकान ढहने के बाद पीड़ित परिवार,मुआवजा राशि हेतू लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन में इन पीड़ित परिवारों की सुनने वाला कोई नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों प्रदेश के 90 विधानसभाओ की दौरा करने वाले है; जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर दिया है।90 विधानसभाओ की दौरा शुरू करने से पहले खराब परफारमेंस देने वाले विधायकों को आईना दिखाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खरी-खरी सुनाई तो वहीं सूबे के प्रधान के विधानसभा अंतर्गत करेला में निवासरत 33 पीड़ित परिवारों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परफारमेंस को लेकर आईना दिखाते हुए कहा है कि यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन विधानसभा की जनता का हक छिनकर विकास की दिशा में लेकर जाना चाहते हैं तो यह उनकी गलतफहमी है।