महज खनापूर्ति तक सीमित रहती है अबैध कब्जों व अतिक्रमणों को हटवाने की कार्यवाहिया
राजस्व कर्मचारियों की संलिप्तता के चलते कब्जामुक्त नही हो पा रही है ग्राम सभा की जमीनें
उक्त क्षेत्रों में कुछ कब्जों पर बुलडोजर चलाने व अतिक्रमण हटाने की चेतावनी के बाद भी नही हट सके अबैध कब्जे
शासन प्रशासन के सख्त निर्देशों के बाद भी वर्तमान में अबैध कब्जे निरन्तर जारी
अभिषेक बुन्देला
तालबेहट ललितपुर ब्यूरो (अमर स्तम्भ)। उत्तर प्रदेश में पदस्थ योगी आदित्यनाथ के सरकारी सम्पत्तीयों व ग्रामसभा की भूमियों पर किये जा रहे अमिक्रमणों व अबैध कब्जों के ध्वस्तीकरण के सख्त निर्देशों के अनुपालन में तहसील तालबेहट का स्थानीय प्रशासन व राजस्व कर्मचारी की संलिप्तता के चलते ग्राम सभा की जमीनों पर अबैध अतिक्रमण निरन्तर जारी है। तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत कडेसराकलां की राष्ट्रीय राज मार्ग से सटी बेशकीमती भूमि व पवा सेनवोर्ड की वेशकीमती जमीनों पर अबैध निर्माण कर अनगिनत अबैध कब्जे किये जा चुके है व वर्तमान में निरन्तर किये जा रहे है। ग्राम सभाओं में कुकरमुत्तों की तरह जगह-जगह किये अबैध कब्जों व अमिक्रमणों पर स्थानीय राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों कार्यवाहिया महज दिखावा व समाचार पत्रों में सुर्खिया बटोरने तक सीमित दिखाई पड़ रही है। ग्राम सभाओं किये गये एक से दो अबैध कब्जों पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही तो की जाती है व उक्त भूमियों पर किये गये अनेकों अतिक्रमणों को महज चेतावनी देकर छोड़़ दिया जाता है,जिससे उक्त भूमियों पर अबैध निर्माणधीन कई कब्जे वर्तमान में है व निरन्तर किये जा रहे है,जिसके चलते जहाँ एक ओर राजस्व कर्मचारीयों की अबैध कब्जेधारियों से सांठ गाठ के चलते योगी सरकार के निर्देशों को पलीता लगाया जा रहा है तो वही दूसरी ओर अबैध अमिक्रमण की भेदभाव पूर्ण कार्यवाही के चलते अन्य लोगों में स्थानीय प्रशासन व सत्तारूढ योगी सरकार के विरूद्ध आक्रोश पनप रहा है। उल्लेखनीय है कि महज विगत दिनो पूर्व ग्राम सभा कडेसराकलां व पवा सेनवोर्ड की भूमि पर निर्माणधीन अबैध कब्जों पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही की गई थी,जिसमें महज एक से दो अबैध कब्जों पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई थी व बचे हुये वाकी अनेकों अबैध कब्जेधारियों को दो दिन के अन्दर अमिक्रमण स्वयं हटा लेने की चेतावनी के साथ छोड़ दिया गया था। लेकिन उक्त चेतावनी के विगत कई माह के पश्चात भी उक्त अबैध कब्जों व अतिक्रमणों की भरमार है व यह अबैध कब्जे वर्तमान में आज भी थमने का नाम नही ले रहे है।