विष्णु गुप्ता संवाददाता
लखनऊ(दैनिक अमर स्तम्भ)
मोहनलालगंज विकासखंड कार्यालय का भवन जर्जर होने के बाद भी अधिकारी व कर्मचारी कार्य करने को मजबूर हैं।काफी पुराना होने के कारण भवन काफी जर्जर हो गया है। वहीं विभाग द्वारा इसका सही से रख रखाव भी नहीं किया गया। भवन की छत पर बरसात के दिनों में बराबर पानी लगा रहता है। छत पूरी तरह से जर्जर हो गया है। छत में लगी लोहे की सरिया और ईंट टूटकर गिर रहे हैं। वहीं जर्जर छत के कारण काफी मात्रा में पानी भी कमरों में टपकता रहता है। छत की ईंटों के गिरने से अधिकारियों व कर्मचारियों में हमेशा डर बना रहता है। कमरों में बैठने वाले कर्मचारी लगातार छत की ओर देखते रहते हैं और अपनी अपनी कुर्सियों को इधर-उधर करते रहते हैं। बारिश के दिनों में कर्मचारियों पर खतरा और बढ़ जाता है।मोहनलालगंज विकासखंड कार्यालय का यही हाल है जो लखनऊ जनपद का आईएसओ प्रमाणित ब्लॉक होने के बावजूद ब्लॉक कार्यालय में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन,आर,एल,एम) का कार्यालय जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। बारिश में इस भवन की दीवारें व छत जर्जर हो गई हैं। कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। चार कमरो का ऑफिस है जिसमें तीन कमरों की छत बारिश में टपकती हैं। जो काफी पुरानी हो गई है। और जर्जर हो चुकी हैं। एक थोड़ा सही है, लेकिन बारिश में तीनों कमरों की छत से जो पानी टपकता है। वह उसी कमरे में भर जाता है। जिससे कर्मचारियों को काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ाता हैं। जिससे जरूरी कागज खराब हो जाते हैं। इसके अलावा इस जर्जर भवन में बैठकर अधिकारी और कर्मचारी काम करते हैं। और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जो जाती हैं। उनको भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस कार्यालय को देखने से पता चलता है कि यहां का सरकारी सिस्टम जर्जर हो चुका हैं। इस कार्यालय में (एन,आर,एल, एम) के कर्मचारी जर्जर कमरों में बैठक कर काम करने के लिए मजबूर हैं। जर्जर भवन के मरम्मत के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जब यह हाल ब्लॉक परिसर का है तो क्षेत्रों के अन्य भवनों का क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है।