राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ को मिली है मेजबानी की जिम्मेदारी
शिविर से चयनित प्रतिभागी 2023 के गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को देंगे सलामी
पीआईबी रायपुर द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में क्षेत्रीय निदेशक ए एस कबीर ने दी जानकारी
सांसद अरूण साव, विधायक रजनीश सिंह रहेंगे अतिथि, कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल करेंगे अध्यक्षता
आर के सोनी संवाददाता
बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (जीजीयू) वर्ष 2023 राजपथ गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अमिट छाप छोड़ने का केंद्र बिंदु बनने जा रहा है। विश्वविद्यालय में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के 6 राज्यों के 200 वॉलेंटियर गणतंत्र दिवस समारोह परेड की तैयारी के लिए 12 से 21 नवंबर 10 दिनों तक कैंप करेंगे। शिविर का विधिवत उद्घाटन 13 नवंबर को बिलासपुर सांसद अरूण साव, बेलतरा विधायक रजनीश कुमार सिंह व एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक ए एस कबीर की गरिमामयी उपस्थिति में होगा। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता जीजीयू के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल करेंगे। शिविर में भाग लेने वाले वॉलेंटियर्स को परेड के लिए प्रशिक्षण के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत, योग, बौद्धिक सत्र का टिप्स दिया जाएगा। इस संबंध में राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल के निदेशक सह शिविर निदेशक ए एस कबीर ने पत्र सूचना कार्यालय रायपुर (पीआईबी) द्वारा बिलासपुर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि बिलासपुर में लगभग 10 वर्षों के बाद गणतंत्र दिवस पूर्व परेड की तैयारी के लिए मध्य क्षेत्र रासेयो के वॉलेंटियर जुट रहे हैं। इसमें उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के 47 विश्वविद्यालय व 174 महाविद्यालयों के चयनित 200 वॉलेंटियर एवं 10 कार्यक्रम अधिकारी दल प्रभारी के रूप में सहभागिता करेंगे। इनमें महिला-पुरूष दोनों की बराबर की सहभागिता रहेगी। यानि 100 पुरूष व 100 महिला वॉलेंटियर की सहभागिता रहेगी। इस शिविर से चयनित 40 स्वयंसेवक गणतंत्र दिवस परेड समारोह में कर्त्तव्य पथ पर देश की प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति को सलामी देंगे। शिविर में प्रतिदिन परेड अभ्यास कराया जाएगा। विभिन्न राज्यों से जुड़े प्रतिभागी एक भारत श्रेष्ठ भारत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से विविधता का आदान-प्रदान करेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सेवा योजना का कार्य स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से युवाओं के व्यक्तित्व का विकास करना है। छत्तीसगढ़ में एनएसएस के 1 लाख 5 हजार स्वयंसेवक पंजीकृत हैं।
गणतंत्र दिवस परेड को सफल बनाने में गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. दिलीप झा एवं शिविर न्यूज समन्व्यक डॉ. धीरज शुक्ला की सक्रिय सहभागिता रहेगी।
40 वॉलेंटियर होंगे चयनित
जीजीयू में भाग ले रहे 200 वॉलेंटियर में से चयनित 40 वॉलेंटियर को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का मौका मिलेगा। इनके चयन के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, नई दिल्ली से तीन नामित अधिकारियों की टीम भी शिविर में उपस्थित रहेगी।
बौद्धिक सत्र से देश सेवा की प्रेरणा
गणतंत्र दिवस पूर्व परेड शिविर में प्रतिदिन बौद्धिक सत्र का आयोजन होगा। जिसमें आजादी का अमृत महोत्सव और आज का युवा, आजादी के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी और आज के युवाओं की भूमिका और कौशल विकास जैसे विभिन्न विषयों के माध्यम से युवाओं को आजादी के महत्व एवं आज के समय में उनके दायित्व/भूमिका का बोध कराया जाएगा।
प्रभातफेरी से होगी दिन की शुरूआत
राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य है ’मैं नहीं आप’। वॉलेंटियर्स को इसके लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इसी कवायद के तहत पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर में वॉलेंटियर्स के दिन की शुरूआत प्रातः 5 बजे से होगी। वॉलेंटियर राज्यवार प्रभातफेरी का आयोजन करेंगे। इसके बाद योग, ध्यान, प्राणायाम, परेड अभ्यास आदि कराया जाएगा। वॉलेंटियर्स को अकादमिक रूप से भी प्रशिक्षित किया जाएगा। वे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से एक-दूसरे राज्य की संस्कृति का आदान-प्रदान करेंगे।
जीजीयू को सक्रियता का लाभ
विश्वविद्यालय स्तर पर गणतंत्र दिवस परेड रिहर्सल शिविर का आयोजन किसी भी विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात मानी जाती है। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल के मार्गदर्शन में एनएसएस को लेकर सक्रियता काफी बढ़ी है। विश्वविद्यालय को इसी का लाभ मिला है। पहले जीजीयू में एनएसएस की 3-4 यूनिटें ही काम कर रही थी। जिसकी तादाद बढ़कर 30 के करीब हो गई है। ये सारी यूनिटें काफी सक्रियता से कार्य कर रही हैं।