( राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विरोध सभाएं की गई )
महेश प्रताप सिंह (वरिष्ठ संवाददाता)
कानपुर (दैनिक अमर स्तम्भ) / ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये व नकारात्मक कार्यप्रणाली के विरोध में एवं बिजली कर्मियों की वर्षों से लम्बित न्यायोचित समस्याओं के समाधान हेतु सरकार व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण करने के लिए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले तमाम घटक श्रम संघों/सेवा संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से लोकतान्त्रिक एवं शान्तिपूर्ण तरीके से चलाये जा रहे आन्दोलन के क्रम में बिजलीकर्मियों ने आज प्रबंधन द्वारा आहूत वी सी का जबरदस्त बहिष्कार कर अपना रोष प्रकट किया और सायं 5ः00 बजे पूरे प्रदेश के बिजली अभियंताओं, जूनियर इंजीनियरों व बिजली कर्मचारियों द्वारा प्रदेशव्यापी विरोध सभाएं की गयीं जिसमें बिजली कर्मियों ने जबरदस्त नारेबाजी की गई।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, पनकी में आज की हुई सभा की अध्यक्षता सौरभ खरे द्वारा की गई। सभा में निम्नांकित सदस्यों ने प्रतिभाग किया अनुराग पाण्डेय,रमा श्रीवास्तव, नवीन चौधरी, के के समेले,धीरेंद्र पाल, अतुल राय, बैभव त्रिपाठी,सौरभ विजय,विनीत दुबे, दीपक अग्रवाल,सुमित सिंघल,दीपक चौहान,रवि श्रीवास्तव, शैल राज,मयंक आर्य,आर एस शर्मा, देवेंद्र, वीरेंद्र,रविन्द्र हरी,विजय, राजेंद्र, पवन कुमार, इंद्रेश यादव , छबिन्दर, छैल बिहारी, नरेंद्र कुमार, बृज मोहन, आशीष कमल, दिलीप एवं अन्य सदस्यों ने प्रतिभाग किया। पदाधिकारियों द्वारा जारी बयान में बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के स्वेच्छाचारी रवैये एवं नकारात्मक कार्यप्रणाली के कारण ऊर्जा निगमों की घटती परफॉर्मेंस वआर्थिक क्षति को रोकने एवं ऊर्जा निगमों में कार्य का स्वस्थ वातावरण स्थापित कराने हेतु एवं बिजली कर्मियों की वर्षों से लम्बित न्यायोचित समस्याओ के समाधान के प्रति प्रबंधन द्वारा उपेक्षात्मक रवैया अपनाये जाने के कारण संघर्ष समिति ने सरकार व प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण हेतु लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन किए जाने के निर्णय लिया है जिसके क्रम में आज प्रबंधन द्वारा आहूत वी सी का जबरदस्त बहिष्कार किया गया और सायं 5ः00 बजे पूरे प्रदेश में विरोध सभाएं की गयी जिसमे हजारों बिजली अभियंता, जूनियर इंजीनियर व बिजली कर्मचारी सम्मिलित हुए ।
उन्होंने आगे बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के हठवादी व नकारात्मक रवैये के कारण ऊर्जा निगमों की गिरती परफारमेंस, बिजली कर्मियों के गिरते मनोबल एवं स्वास्थ्य, कार्मिक के प्रभावित हो रहे हितों से जन प्रतिनिधियों को अवगत कराने हेतु ज्ञापन देने का कार्यक्रम भी प्रारम्भ किया गया है। संघर्ष समिति द्वारा बताया गया कि पदोन्नति पद के समयबद्ध वेतनमान और संविदाकर्मियों को नियमित करने जैसी प्रमुख मांगों पर 27 अक्टूबर को दी गयी नोटिस पर संघर्ष समिति से ऊर्जा के शीर्ष प्रबन्धन द्वारा कोई भी वार्ता नहीं की गयी है जो बिजलीकर्मियो की समस्याओं के प्रति शीर्ष प्रबन्धन की उदासीनता दर्शाता है, इससे टकराव का वातावरण बना हुआ है।
पदाधिकारियों ने आगे बताया कि सार्थक हल न निकलने पर 28 नवम्बर 2022 सायं 05ः00 बजे समस्त जनपद/परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाला जायेगा और 29 नवंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार प्रारंभ होगा। ऊर्जा निगमों में बने टकराव के वातावरण के लिये ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन उत्तरदायी है।पदाधिकारियों ने शीर्ष प्रबंधन और चेयरमैन पर ऊर्जा निगमों में टकराव का वातावरण पैदा करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री माननीय श्री अरविंद कुमार शर्मा जी से अपील की है कि वे तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की जिससे ऊर्जा निगमों में अनावश्यक टकराव टाला जा सके।