इमरान खान जिला संवाददाता
इटावा(दैनिक अमर स्तंभ)
महेवा: कस्बा में संचालित मां हास्पिटल मेटरनिटी सेंटर में प्रसूता की मौत होने पर डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतका के स्वजन सहित ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। इस बीच नर्स सहित स्टाफ अस्पताल के पीछे छत से रस्सी डालकर उसके सहारे उतरकर भाग निकला। सुरक्षा की दृष्टि से हास्पिटल में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हंगामे की जानकारी होने पर तहसीलदार एके सिंह, सीओ विवेक जावला भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा। सीएमओ डा. गीता राम ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी।
ग्राम लालपुर निवासी भगवत दयाल दुबे ने बताया कि अपनी पुत्रवधु 25 वर्षीय दीप्ति दुबे पत्नी अश्वनी दुबे को प्रसव के लिए सात जनवरी को सुबह पांच बजे हास्पिटल में भर्ती कराया था। सिजेरियन प्रसव के नाम पर 50 हजार रुपये जमा करा लिए गए थे। अपराह्न तीन बजे सिजेरियन प्रसव के दौरान एक बच्चे का जन्म हुआ। इसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ती चली गई।
डाक्टरों की लगातार अनुपस्थिति में वहां मौजूद एक प्राइवेट नर्स 8 जनवरी को पूरे दिन व रात में तरह-तरह से इलाज करती रही। रात 3 बजे जब प्रसूता की हालत बिगड़ी तो उसे आक्सीजन तथा खून की बोतल भी लगा दी गई। हालत बिगड़ने पर नर्स ने संबंधित डाक्टर से बात की तो उन्होंने 9 जनवरी को तड़के पांच बजे 102 एंबुलेंस से प्रसूता को मरणासन्न अवस्था में सीएचसी महेवा भिजवा दिया। वहां मौजूद स्टाफ ने प्रसूता को मृत घोषित कर दिया। आनन-फानन उसी एंबुलेंस से प्रसूता को संबंधित हास्पिटल पहुंचा दिया गया।
मृत प्रसूता के स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया तो नर्स सहित अन्य स्टाफ चुपके से भाग निकला। घटना की जानकारी होने पर तहसील प्रशासन, पुलिस प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ हास्पिटल पर पहुंच गया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। कोई अनहोनी न हो, इसके लिए वहां पुलिस को तैनात कर दिया गया।
बताते चलें कि इस हास्पिटल में पहले भी इसी प्रकार की घटना हो चुकी है। इस वजह से यह दो वर्ष तक बंद रहा। इसके बाद हास्पिटल प्रबंधन तंत्र ने स्वास्थ्य विभाग से सांठगांठ करके इसको पुनः संचालित करवा लिया। हालांकि इस संबंध में सीएमओ कोई प्रतिक्रिया देने से बचते हुए मामले में जांच की बात कहते नजर आए। नायब तहसीलदार संपूर्ण कुलश्रेष्ठ ने बताया कि एसडीएम भरथना द्वारा इस मामले की जांच की जाएगी।