अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने विशेष टीकाकरण पखवाड़ा का किया उदघाटन
■ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शुरू हुआ है विशेष टीकाकरण पखवाड़ा*
■ प्रथम चरण में 20 जनवरी तक पांच साल तक के बच्चों को लगायेंगे टीके
घनश्याम सिंह
समाचार संपादक
दैनिक अमर स्तम्भ
ब्यूरो औरैया
बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है,इसे ध्यान में रखकर जिले में शासन के निर्देश पर नौ माह से लेकर पांच साल तक के छूटे बच्चों को मीजल्स रूबेला जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर सोमवार को विशेष टीकाकरण पखवाड़े की शुरुआत हो गई। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , दिबियापुर पर अभियान का शुभारंभ किया।छूटे बच्चों को मिजिल्स-रूबेला के साथ अन्य जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके और पोलियो की खुराक दी गई।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने बताया की शून्य से पांच साल तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर टीके लगाए जाते हैं। मीजल्स-रूबेला जैसी बीमारियों से बचाव को लेकर नौ माह से लेकर पांच साल तक के बच्चों को टीके लगाकर कवर किया जाता है। इसके बावजूद किसी कारणवश बच्चे इन टीकों से वंचित हो जाते हैं। जिन्हें अभियान चलाकर पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाता है। उन्होंने बताया कि नौ माह से लेकर पांच साल तक के बच्चे इन बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं जो कई मर्तबा जानलेवा भी साबित होती है। इनसे बचाव को लेकर इस आयुवर्ग के बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं।
सहयोगी संस्था यूनिसेफ के डीएमसी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार एमआर उन्मूलन एवं सभी वैक्सीन रोधी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अर्न्तगत पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को एमआर की दो डोज एवं अन्य ड्यू वैक्सीन दी जानी है। जिले में खसरा-रूबेला के रोकथाम के लिए
तीन माह का अभियान चलाया जा रहा है। प्रथम चरण में विशेष टीकाकरण पखवाड़ा के तहत नौ से 20 जनवरी तक जिले में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा द्वितीय चरण 13 से 24 फरवरी, तृतीय चरण 13 से 24 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर बीपीएम अश्वनी कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय आनंद, डॉ शिखा राजपूत, एचइओ विवेक त्रिवेदी , यूएनडीपी से कोल्डचेन मैनेजर सतेंद्र सिंह सहित अन्य स्टाफ के लोग मौजूद रहे।