अंतराष्ट्रीय महिला काव्य मंच की मासिक काव्यगोष्ठी 08 / 04 / 2023 सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न।
जे पी शर्मा / स्थानीय संपादक, दैनिक अमर स्तम्भ
जयपुर राजस्थान।अंतर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच की मासिक काव्य गोष्ठी 8.04.2023 शुक्रवार को वरिष्ठ कवयित्री एवं महिला काव्य मन्च की राजस्थान इकाई की अध्यक्ष सुनीता अग्रवाल के जवाहर नगर स्थित 7 का 3 में संपन्न हुई।
कार्यक्रम का आरंभ महिला काव्य मन्च की ग्लोबल एडवाइजर आदरणीया सुमन सखी दहिया के दीप प्रज्वलन एवं महिला काव्य मन्च की महासचिव कवयित्री नम्रता शर्मा के सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ हुआ। काव्य सत्र का आरंभ करते हुए सभी ने समवेत स्वर में संस्था का ध्येय गीत ‘निकले हर शहर से हर एक गाम से’ गाकर संस्था के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट की।
वरिष्ठ कवयित्री शर्मा उषा ने
‘फलसफा रेत का रेत ही है ना कहिए मुझे देखिए,फलसफा हूं मैं एक, जिंदगी के लिए…’के साथ काव्यगोष्ठी का आगाज किया।
तदुपरांत सुप्रसिध्द कवयित्री शशि सक्सेना ने रिश्तों का सूरज पिघलने लगा है, सम्बन्धों की धरती चटकने लगी है’ रचना सुनाई तो सभी वाह !वाह! कर उठें कविताओं के क्रम को आगे बढ़ाते हुए सुप्रसिद्ध कवयित्री मधु झुनझुन वाला ने ‘ज़िन्दगी के फ़लसफ़ात अधूरे….’ सुनाकर काव्य गोष्ठी को ऊचाईयों पर पहुँचा दिया। नीशू दुबे ने अपने उत्कृष्ट काव्य पाठ से कार्यक्रम के स्तर को बनाए रखा।
सुप्रसिध्द कवयित्री एवं लोक गायिका सुशीला शर्मा ने जब अपने मधुर कण्ठ से शृंगार रस में रचित गीत ‘मेरे सपनों के रिश्तेदार जरा सामने तो आ एक बार’ पर तान छेड़कर वातावरण सुरमई कर दिया।
महिला काव्य मन्च की जयपुर इकाई की महासचिव कवयित्री नम्रता शर्मा ने घनाक्षरी छंद ‘बार-बार नोच दिये पंख एक-एक कर’ एवं ‘घर अहम की धरा पर बनाते रहे’ रचनाएँ सुना कर तालियॉं बटोरीं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष एवं कार्यक्रम की संचालक सुनीता अग्रवाल ने ‘नाजों से पली बिटिया को जब एक पिता ने विदा किया’ सुनकर मंत्र मुग्ध कर दिया।कार्यक्रम के अन्त में कार्यक्रम अध्यक्ष एवं ग्लोबल एडवाइजर सुमन सखी दहिया ने ‘अमर वही है प्रेम मेरा, मैं सूरज की अनुगामी हूँ’ सुनाकर सभी की बहुत ही वाह-वाही लूटी।
प्रदेश अध्यक्ष सुनीता के शानदारआतिथ्य-सत्कार के उपरान्त अगली गोष्ठी में मिलने की आशा के साथ सभी ने विदा ली।