महेश प्रताप सिंह
कानपुर (अमर स्तम्भ) / आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष राजा भरत अवस्थी के नेतृत्व में सैकड़ों कर्मचारियों व शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली हेतु विधान परिषद् सदस्य सलिल विश्नोई को ज्ञापन देकर यह माँग की कि उत्तर प्रदेश में एनपीएस को हटाकर ओपीएस अर्थात पुरानी पेंशन बहाल की जाए,साथ ही एनपीएस कर्मचारियों को कैशलेश चिकित्सा योजना का लाभ दिया जाए। परिषद के अध्यक्ष श्री अवस्थी ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों व शिक्षकों जिंहोने २००५ अप्रैल के बाद सरकारी सेवा में जुड़े हैं, को एनपीएस में रखकर शेयर बाजार आधारित पेंशन सिस्टम लागू किया है जो कर्मचारी शिक्षक विरोधी है। पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है, सहारा है जिसे जनप्रतिनिधि भी प्राप्त कर रहे हैं जो मात्र ५ साल के लिए चुनें जाते हैं। कर्मचारी शिक्षक जो ३०से४० वर्ष सरकारी सेवा में रहते हैं, को पुरानी पेंशन न देना प्राकृतिक अन्याय का द्योतक है। पुरानी पेंशन बहाली का चौथा ज्ञापन एम एल सी सलिल विश्नोई को सौंपा। एम एल सी श्री विश्नोई ने परिषद को आश्वस्त किया कि पुरानी पेंशन बहाली हेतु शीघ्र ही ज्ञापन प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी को प्रेषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन के लिए सरकार नई पेंशन पर शीघ्र ही समिति के माध्यम से विचार कर निर्णय लेगी। पुरानी पेंशन बहाली हेतु यह चौथा ज्ञापन एम एल सी को देकर कानपुर नगर में निवास कर रहे सभी जनप्रतिनिधियों को बारी-बारी से प्रत्येक रविवार को ज्ञापन दिया जाएगा। ज्ञापन पत्र सौंपने में प्रमुख रूप से योगेन्द्र कुमार सिंह,इं.ए एन द्विवेदी,इं.कोमल सिंह,सुरेश चंद्र यादव,हरीश श्रीवास्तव, रणधीर सिंह,साहब सरताज,आदित्य शुक्ला,आनंद बाजपेई,अब्दुल लईक खाँ,पंकज मिश्रा,अजय द्विवेदी सिंचाई,डा.प्रिया आनंद,अटल बिहारी, बृजेश कटियार,सलिता,नीलम,गंगासागर, धर्मेन्द्र अवस्थी, सत्यप्रकाश शर्मा,अजय गुप्ता,पवन गुप्ता, विजय शर्मा, भानु प्रताप सिंह, मनोज झा,पारस नाथ, अजीत निगम,वी के तिवारी,आलोक सक्सेना, दिलीप शुक्ला,विमल तिवारी,विपिन बाजपेई,धीरेन्द्र यादव,शिवेन्द्र सिंह,कुणाल यादव,धर्मेंद्र ,अदीबुलकदर,इंद्रजीत पाल,डा.आर के पाल, श्याम नारायन सिंह, बब्बन प्रसाद आदि प्रमुख रूप से सम्मिलित हुये।