प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों से छत्तीसगढ़ के पारम्परिक भोजन बोरे बासी खाने का आव्हान किया। इस अवसर पर जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत के विधायक गुलाब कमरो, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष वेंदाती तिवारी, कलेक्टर विनय लंगेह सहित सहित अधिकारी-कर्मचारियों ने ’’बोरे बासी खाकर’’ श्रमवीरों और छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति को सम्मान दिया।
सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो ने बोरे बासी से जुड़े अपने विचार साझा किए जिसमे उन्होंने बोरे बासी की पौष्टिकता के बारे में बताया और कहा की वह बचपन से ही ग्रीष्म ऋतु में बोरे बासी खाते रहें हैं। साथ ही कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जनप्रतिनिधियों एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बोरे बासी खाकर श्रमिकों का मान बढ़ाया। कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा की बोरे बासी विटामिन से भरपूर होता है और इसके सेवन से हमे गर्मी में लू से बचने की क्षमता भी मिलती है।
इस अवसर पर जिले में विभिन्न जगहों पर बोरे बासी खाने का सामूहिक आयोजन भी किया गया। सभी ने बोरे बासी के साथ नून चटनी, अचार, मिर्च, गोंदली (प्याज) सहित विभिन्न व्यंजनों का भी स्वाद चखा। उल्लेखनीय है कि बोरे बासी छत्तीसगढ़ की प्राचीन भोजन शैली तथा पारम्परिक विरासत है, इसी परंपरा के प्रोत्साहन हेतु जिले के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, आमनागरिकों, मजदूरों, मनरेगा श्रमिकों ने भी बोरे-बासी खाकर प्रदेश के पाम्परिक व्यंजन का मान बढ़ाया।
उपकार केशरवानी जिला प्रमुख एमसीबी/कोरिया